मुंबई, 20 सितंबर मुख्य शेयर बाजार और लघु एवं मझोले उद्यम दोनों खंडों में आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के लिहाज से सितंबर का महीना पिछले 14 साल में काफी व्यस्त होने वाला है। इस महीने अब तक 28 से अधिक कंपनियां बाजार में दस्तक दे चुकी हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को बुलेटिन में यह कहा।
बुलेटिन में अर्थव्यवस्था की स्थिति पर प्रकाशित लेख में कहा गया है कि वित्तीय बाजारों में बदलाव हो रहे हैं।
इसमें कहा गया, “प्राथमिक इक्विटी बाजार में एसएमई के आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (आईपीओ) को लेकर घरेलू म्यूचुअल फंड सहित विभिन्न इकाइयों में रुचि बढ़ी है। इनके आईपीओ कई गुना अभिदान मिल रहा है।”
बाजार नियामक सेबी के एक अध्ययन का हवाला देते हुए लेख में कहा गया है कि निवेशकों को आवंटित आईपीओ शेयरों में से 54 प्रतिशत सूचीबद्ध होने के एक सप्ताह के भीतर ही बिक गए।
लेख में कहा गया, “सितंबर आईपीओ के लिए 14 वर्षों में सबसे व्यस्त महीना होने वाला है। इस महीने अब तक 28 से अधिक कंपनियां बाजार में दस्तक दे चुकी हैं।”
लेख में कहा गया है कि आईपीओ के माध्यम से संसाधन जुटाना 2024 में अब तक मजबूत बना हुआ है, क्योंकि 2024 की पहली छमाही में भारत में वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक आईपीओ (मात्रा के हिसाब से 27 प्रतिशत) आए, जिसमें एसएमई की सार्वजनिक पेशकश सबसे आगे रही।
इसमें कहा गया है कि आईपीओ के माध्यम से जुटाई गई कुल राशि में भारत का योगदान नौ प्रतिशत है।
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