एसडीपीआई का यूडीएफ को समर्थन: भाजपा ने राहुल गांधी से रुख स्पष्ट करने को कहा
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वायनाड (केरल), 2 अप्रैल : केरल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को प्रतिबंधित संगठन ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ की राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) द्वारा संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चा (यूडीएफ) को दिए गए समर्थन पर अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. एसडीपीआई के राज्य नेतृत्व ने सोमवार को कहा था कि उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नीत यूडीएफ का समर्थन करने का निश्चय किया है. भाजपा के राज्य प्रमुख के. सुरेंद्रन ने आरोप लगाया कि यह एक ऐसा संगठन है जो देश को तोड़ने की कोशिश कर रहा है. वायनाड लोकसभा सीट पर सुरेंद्रन भाजपा प्रत्याशी के रूप में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं.

भाजपा नेता ने एसडीपीआई और पीएफआई पर हिंदुओं और ईसाइयों को मार डालने, मंदिरों और चर्चों को नष्ट करने और भाजपा नेताओं और धार्मिक प्रमुखों पर हमला करने की सार्वजनिक घोषणा करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, ‘‘अब एसडीपीआई ने सभी 20 निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने की घोषणा की है. हम सभी जानते हैं कि पीएफआई पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया था. ऐसी पार्टी ने कांग्रेस को समर्थन देने की घोषणा की है.’’ सुरेंद्रन ने कहा कि कांग्रेस ने कहा है कि वह हर तरफ से मिलने वाले समर्थन का स्वागत करेगी. भाजपा नेता ने कहा, ‘‘यह बेहद स्तब्ध करने वाला है और कांग्रेस को इस पर स्पष्टीकरण देना चाहिए. राहुल गांधी को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए. दिन-रात धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाले वायनाड के सांसद को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.’’ सुरेंद्रन ने गांधी से यह भी पूछा कि क्या यह उनकी पार्टी की वोटबैंक की राजनीति है और क्या वह और कांग्रेस वोट बैंक के लिए राष्ट्रीय हित से समझौता कर रही है. यह भी पढ़ें : उच्चतम न्यायालय ने दोषसिद्धि के खिलाफ मुख्तार अंसारी की अपील पर सुनवाई रोकी

एसडीपीआई ने सोमवार को आगामी लोकसभा चुनाव में राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) को अपना समर्थन दिया. राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी डी सतीशन ने मीडिया को बताया कि यूडीएफ और एसडीपीआई के बीच किसी तरह का समझौता नहीं हुआ है. एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष एम.ए. मौलवी ने कोच्चि में मीडिया से कहा कि सभी तथ्यों पर विचार करने के बाद पार्टी ने एक धर्मनिरपेक्ष मोर्चे (यूडीएफ) का समर्थन करने का फैसला किया है. केरल में लोकसभा चुनाव 26 अप्रैल को होगा. देश की सभी लोकसभा सीट पर चुनाव का परिणाम चार जून को घोषित किया जाएगा.