देश की खबरें | महाकुंभ में बनायी जाए ‘संविधान गैलरी’ और ‘आदिवासी गैलरी’ : मुख्यमंत्री

लखनऊ, 19 नवंबर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अगले साल जनवरी में शुरू हो रहे प्रयागराज महाकुंभ में एक ‘संविधान गैलरी’ और एक ‘आदिवासी गैलरी’ बनाने के निर्देश दिये हैं।

‘संविधान गैलरी’ महाकुंभ में आने वाले पर्यटकों और श्रद्धालुओं को भारतीय संविधान की विशिष्टता को समझने में मदद करेगी, वहीं ‘आदिवासी गैलरी’ सबसे अधिक आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश की आदिवासी संस्कृति को प्रदर्शित करेगी।

आदित्यनाथ ने मंगलवार को आयोजित एक बैठक में ‘गैलरी’ स्थापित करने के आदेश जारी किये। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि 26 नवंबर को पूरे उत्तर प्रदेश के स्कूलों और कॉलेजों में प्रस्तावना पाठ सत्र आयोजित किए जाएं।

उन्होंने यह बात प्रदेश सरकार द्वारा दिसंबर से आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा के लिए बुलाई गई एक बैठक में कही।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जनवरी 2025 में प्रयागराज कुंभ में दुनिया भर से लोग आएंगे और यह दुनिया के लिए भारत को जानने और समझने का एक शानदार अवसर होगा। महाकुंभ में भारतीय संविधान पर आधारित एक ‘संविधान गैलरी’ स्थापित की जानी चाहिए, जहां संविधान सभा के गठन, संविधान के प्रारूपण और अन्य संबंधित सूचनाएं ऑडियो-वीडियो प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रदर्शित की जानी चाहिए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘महाकुंभ में आदिवासी नेता बिरसा मुंडा, राज्य की आदिवासी संस्कृति और इस संबंध में सरकार के प्रयासों पर केंद्रित एक विशेष गैलरी भी स्थापित की जानी चाहिए।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि बलरामपुर के इमलिया कोडर में एक आदिवासी संग्रहालय पहले ही स्थापित किया जा चुका है और केन्द्र सरकार दो और संग्रहालय स्थापित करने जा रही है।

आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘संविधान का ‘अमृत महोत्सव वर्ष’ आगामी 26 दिसंबर को शुरू होगा। इस अवसर पर, संविधान की प्रस्तावना पढ़ी जानी चाहिए और लखनऊ तथा अन्य क्षेत्रों में सभी सरकारी संस्थानों, विभागों, कार्यालयों, स्कूलों और विश्वविद्यालयों में संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ ली जानी चाहिए।’’

उन्होंने निर्देश दिए कि स्कूलों और कॉलेजों को निबंध लेखन और वाद-विवाद जैसी गतिविधियों का आयोजन कराएं।

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 राष्ट्रीय एकता और सुशासन को समर्पित होगा।

सरकार द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार आदित्यनाथ ने बैठक में कहा, ‘‘2025 पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म शताब्दी वर्ष भी होगा। इसके अलावा 2025 गरीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने का वर्ष भी होगा और एक तरह से पूरा 2025 अंत्योदय से सर्वोदय, राष्ट्रीय एकता और सुशासन के विषयों को समर्पित होगा। इन महत्वपूर्ण अवसरों को मनाने के लिए पूरे वर्ष विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।’’

उन्होंने यह भी कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जन्म शताब्दी के अवसर पर विश्वविद्यालयों में अटल शोध पीठ और सुशासन पीठ की स्थापना भी की जानी चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘उच्च शिक्षा विभाग इस संबंध में तैयारी करेगा। इसी तरह सरदार पटेल की 150वीं जयंती पूरे वर्ष राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के साथ मनाई जाएगी। गृह विभाग इन गतिविधियों के लिए नोडल विभाग होगा।’’

आदित्यनाथ ने यह भी निर्देश दिया, ‘‘अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती बड़े पैमाने पर मनाई जाएगी ताकि नई पीढ़ी को पता चले कि उन्होंने आक्रमणकारियों के समय में भारतीय सांस्कृतिक चेतना को कैसे पुनर्जीवित किया।’’

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘लोकतंत्र की हत्या के प्रतीक आपातकाल के 50 वर्ष पूरे होने पर सरकार यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेगी कि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से युवा पीढ़ी को इसकी भयावहता से अवगत कराया जाए।’’

उन्होंने कहा कि आपातकाल के खिलाफ आवाज उठाने वालों का एक सम्मेलन भी आयोजित किया जाए।

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