चंडीगढ़, नौ अक्टूबर शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने शुक्रवार को कहा कि उनकी पार्टी संसद से पारित तीन कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए क्षेत्रीय दलों का 'किसान-समर्थक राष्ट्रीय मोर्चा' बनाने की पहल करेगी।
उन्होंने जोर दिया कि नए कृषि कानूनों से किसानों को लाभ नहीं होगा।
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कृषि कानूनों को लेकर भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने वाले शिअद के अध्यक्ष बादल ने कहा कि वह निजी तौर पर भी इस नयी पहल में शामिल होंगे और जल्द ही दिल्ली में अन्य क्षेत्रीय दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक शुरू करेंगे।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीधे किसान संगठनों से बातचीत करने का भी अनुरोध किया, जोकि कानूनों के खिलाफ हैं।
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राजग के सबसे पुराने सहयोगियों में शुमार रहे अकाली दल ने नए कृषि कानूनों को किसान विरोधी बताते हुए उनके हितों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया था।
किसानों को डर है कि इन कानूनों के चलते न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को समाप्त करने का रास्ता साफ हो जाएगा।
हालांकि, सरकार ने दोहराया है कि नयी व्यवस्था में भी एमएसपी बरकरार रहेगा।
बादल ने एक बयान में कहा, '' किसान एमएसपी की गारंटी चाहते हैं। नए कृषि कानून किसानों को बड़े कारपोरेट घरानों की दया पर छोड़ देंगे। कम जमीन वाले किसान दूर के स्थानों पर अपनी फसल नहीं ले जा सकते और ना ही महीनों तक उसका भंडारण कर सकते हैं। ऐसी परिस्थिति में वे निजी खरीदारों से सौदेबाजी की स्थिति में नहीं रह जाएंगे।''
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