मुंबई, पांच जनवरी अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले नौ पैसे की तेजी के साथ 83.15 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। घरेलू शेयर बाजार में बढ़त और विदेशी पूंजी के ताजा प्रवाह से रुपये में तेजी आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि, अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और विदेशों में डॉलर के मजबूत होने से रुपये की तेजी पर कुछ अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.23 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में उसने 83.23 के निम्न स्तर और 83.12 प्रति डॉलर के उच्च स्तर के बीच कारोबार किया। अंत में यह 83.15 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद स्तर की तुलना में नौ पैसे की मजबूती को बताता है।
रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.24 पर बंद हुआ था।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, ‘‘चीनी मुद्राओं के बाद एशियाई मुद्राओं में भारतीय रुपया, दूसरा सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली मुद्रा रही। डॉलर निवेश बढ़ने और स्थिर कच्चे तेल की कीमतों ने रुपये को पिछले दो सप्ताह के नरमी के रुख से बाहर निकलने में मदद की।’’
परमार ने कहा, व्यापारी अगले सप्ताह रुपये की दिशा के लिए भारत के वर्ष 2024 के आर्थिक वृद्धि के नुमान पर भी नजर रखेंगे।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) ने राष्ट्रीय आय का पहला अग्रिम अनुमान जारी करते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष में खनन एवं उत्खनन, विनिर्माण और सेवा क्षेत्रों के बढ़िया प्रदर्शन की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रह सकती है जबकि एक साल पहले यह 7.2 प्रतिशत थी।
इस बीच, छह अन्य मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 102.68 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.90 प्रतिशत की बढ़त के साथ 78.29 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों पर आधारित सूचकांक, 178.58 अंकों की तेजी के साथ 72,026.15 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल थे। उन्होंने शुक्रवार को 1,696.86 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)