मुंबई, 15 नवंबर अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया बुधवार को 24 पैसे की बढ़त के साथ 83.09 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। अमेरिका में मुद्रास्फीति अनुमान से कम रहने के कारण डॉलर के अपने उच्चतम स्तर से नीचे आने के चलते रुपये को मजबूती मिली।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू शेयर बाजारों में मजबूत रुख और जोखिम लेने की भावना सुधरने से भी रुपये को समर्थन मिला।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी मुद्रास्फीति के सितंबर, 2021 के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर आने के बाद अमेरिकी मुद्रा कमजोर हुई, जिससे रुपये में तेजी आई।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.03 पर खुला और कारोबार के अंत में डॉलर के मुकाबले 83.09 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। इस तरह रुपये ने पिछले बंद भाव से 24 पैसे का उछाल दर्ज किया।
दिन के कारोबार में रुपये ने 83.01 का ऊपरी और 83.19 का निचला स्तर देखा।
रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पांच पैसे टूटकर 83.33 के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।
दिवाली बलिप्रतिपदा के अवसर पर मंगलवार को विदेशी मुद्रा बाजार बंद थे।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान के एसोसिएट उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह ने कहा कि अमेरिकी मुद्रास्फीति अनुमान से कम रही है और इसका असर अमेरिकी डॉलर सूचकांक पर पड़ा। यह सूचकांक मंगलवार को लगभग 1.50 प्रतिशत गिर गया।
सिंह ने कहा, ‘‘बाजार को अब नहीं लगता है कि दिसंबर में दरों में कोई बढ़ोतरी होगी, जबकि जनवरी में भी दरों में बढ़ोतरी की गुंजाइश घटकर महज सात प्रतिशत रह गई है।''
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.20 प्रतिशत बढ़कर 104.25 पर था। इससे पहले सोमवार को डॉलर सूचकांक 105.77 पर था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.35 प्रतिशत गिरकर 82.18 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर आ गया।
घरेलू शेयर बाजारों की बात करें तो बीएसई सेंसेक्स 742.06 अंक बढ़कर 65,675.93 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे। उन्होंने बुधवार को शुद्ध रूप से 550.19 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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