मुंबई, सात दिसंबर भू-राजनीतिक चिंताओं के बीच वैश्विक बाजारों में डॉलर में तेजी लौटने के बाद अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को रुपया 10 पैसे की गिरावट के साथ 73.90 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
अमेरिका द्वारा चीनी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने की तैयारियों के बारे में खबरें आने के बाद भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने की आशंका में सोमवार को डॉलर अपने लगभग ढाई वर्ष के निचले स्तर से उबर गया।
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ब्रेक्सिट व्यापार वार्ता को लेकर बढ़ रहीं चिंता से भी डॉलर की धारणा को समर्थन मिला।
अन्तरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में काफी उतार चढ़ाव देखा गया जहां सुबह रुपया, प्रति डालर 73.79 पर खुला और कारोबार के पूर्वार्द्ध के दौरान 73.70 रुपये के दिन के उच्चतम स्तर को छू गया। बाद के कारोबार में तेजी का रुख पलट गया और 73.96 रुपये के निचले स्तर को छूने के बाद अंत में 10 पैसे की गिरावट के साथ 73.90 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपये का पिछला बंद भाव 73.80 रुपये प्रति डॉलर था।
एक बाजार विशेषज्ञ ने रुपये की गिरावट का कारण बाजार में रिजर्व बैंक के संभावित हस्तक्षेप को बताया।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.48 प्रतिशत की तेजी के साथ 91.13 अंक हो गया।
विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने रहे और एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार उन्होंने शुक्रवार को 2,969.59 करोड़ रुपये के शेयरों की खरीद की।
उधर, 30 प्रमुख कंपनी शेयरों पर आधारित बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 347.42 अंक की तेजी के साथ 45,426.97 अंक पर बंद हुआ।
कच्चे तेल के बाजार में ब्रेंट क्रूड वायदा 0.79 प्रतिशत की गिरावट के साथ 48.86 डॉलर प्रति बैरल पर चल रहा था।
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