मुंबई, 19 जनवरी अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में शुक्रवार को रुपया अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले छह पैसे की तेजी के साथ 83.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। विदेशों में डॉलर के कमजोर होने और घरेलू शेयर बाजार में भारी लिवाली होने के कारण रुपये में यह तेजी आई।
बाजार सूत्रों ने कहा कि हालांकि कच्चे तेल की कीमतों के मजबूत होने और विदेशी संस्थागत निवेशकों की पूंजी निकासी के कारण रुपये की बढ़त पर कुछ अंकुश लगा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.15 प्रति डॉलर पर खुला और कारोबार के दौरान यह 83.05 के उच्च स्तर और 83.16 प्रति डॉलर के निम्नतम स्तर को छूने के बाद अंत में अपने पिछले बंद भाव के मुकाबले छह पैसे की तेजी के साथ 83.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
रुपया बृहस्पतिवार को एक पैसे की तेजी के साथ 83.13 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबा बाय शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि घरेलू बाजारों में सकारात्मक रुख और अमेरिकी डॉलर में नरमी के बाद रुपये में तेजी आई।
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में सुधार और पिछले कुछ सत्रों में विदेशी संस्थागत निवेशकों की धन निकासी ने तेज बढ़त पर रोक लगा दी।’’
चौधरी ने कहा कि सकारात्मक वैश्विक इक्विटी बाजार और कमजोर अमेरिकी डॉलर के कारण रुपये में मामूली सकारात्मक रुख के साथ कारोबार होने की संभावना है।
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर का आकलन करने वाला डॉलर सूचकांक 0.17 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.13 पर रहा।
विश्लेषकों ने डॉलर सूचकांक में गिरावट के लिए अमेरिकी वृहद आर्थिक आंकड़ों को जिम्मेदार ठहराया। इसमें दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में लगातार वृद्धि देखी गई, जिससे वित्तीय बाजारों में अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के तत्काल ब्याज दर में कटौती की संभावना कम हुई है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.68 प्रतिशत की तेजी के साथ 79.64 डॉलर प्रति बैरल हो गया।
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 496.37 अंक की बढ़त के साथ 71,683.23 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 3,689.68 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
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