मुंबई, पांच दिसंबर घरेलू शेयर बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच रुपया बृहस्पतिवार को सीमित दायरे में कारोबार करता हुआ अपने अबतक के सबसे निचले स्तर से उबरकर चार पैसे की तेजी के साथ 84.71 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि घरेलू बाजारों में मजबूती और कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से भारतीय मुद्रा को थोड़ा समर्थन मिला। हालांकि, डॉलर की मजबूती ने इसकी बढ़त को सीमित कर दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.72 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में एक सीमित दायरे में रहा और डॉलर के मुकाबले 84.70 के ऊपरी स्तर और 84.74 के निचले स्तर तक गया।
कारोबार के अंत में रुपया चार पैसे की बढ़त के साथ 84.71 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपया बुधवार को 84.75 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें आशंका है कि मजबूत डॉलर और आर्थिक सुस्ती की चिंताओं के बीच रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। हालांकि कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और विदेशी पूंजी के नए निवेश से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है।’’
चौधरी ने कहा, ‘‘अमेरिकी डॉलर और रुपये की हाजिर कीमत के 84.50 रुपये से 84.95 रुपये के बीच रहने के आसार हैं।’’
निवेशक को शुक्रवार को आने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति का भी इंतजार है। इस नीति में मुद्रास्फीति और आर्थिक वृद्धि के बीच संतुलन साधने की कोशिश की जा सकती है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत गिरकर 106.15 पर रहा।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.53 प्रतिशत बढ़कर 72.69 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार के मोर्चे पर बीएसई सेंसेक्स 809.53 अंक की बढ़त के साथ 81,765.86 अंक और निफ्टी 240.95 अंक चढ़कर 24,708.40 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे थे और उन्होंने बृहस्पतिवार को 8,539.91 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
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