बेंगलुरु, 18 अक्टूबर : कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को कहा कि वर्तमान में पुलिस और वन विभागों में खिलाड़ियों को तीन प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है और अन्य सरकारी विभागों में नौकरी के लिए दो प्रतिशत आरक्षण देने के संबंध में ‘‘सकारात्मक रूप से समीक्षा’’ की जाएगी. उन्होंने चीन में हाल में आयोजित 19वें एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले राज्य के एथलीट और कोच को सम्मानित करने और उन्हें नकद पुरस्कार देने के बाद एक कार्यक्रम में कहा कि खिलाड़ियों ने देश और राज्य का नाम रोशन किया है. उन्होंने कहा कि यह सभी कर्नाटकवासियों के लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि इस बार चीन में एशियाई खेलों में भारतीय एथलीट ने सबसे ज्यादा पदक जीते हैं. उन्होंने कहा कि पिछली बार हुए एशियाई खेलों में भारत ने 70 पदक जीते थे और इस बार यह संख्या 107 है.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘जनसंख्या के मामले में भारत पूरे विश्व में पहले स्थान पर है और एशियाई खेलों में भी हमें पहला या दूसरा स्थान मिलेगा तो देश का सम्मान बढ़ेगा.’’
सिद्धरमैया ने कहा कि राज्य सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में उनके पिछले कार्यकाल के दौरान एशियाई खेलों और ओलंपिक के विजेताओं को पुरस्कार राशि देने की घोषणा की गई थी. मुख्यमंत्री ने सरकार और सात करोड़ कर्नाटकवासियों की ओर से खिलाड़ियों को बधाई दी. उन्होंने कहा, ‘‘इस बार राज्य के आठ लोगों ने पदक जीते हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतना कोई छोटी उपलब्धि नहीं है. इसमें काफी मेहनत की जरूरत होती है. आपने अद्भुत और सराहनीय काम किया है.’’ मुख्यमंत्री ने उन्हें ओलंपिक में भी पदक जीतने के लिए शुभकामनाएं दीं. यह भी पढ़ें : Soumya Viswanathan Murder Case: सौम्या विश्वनाथन हत्याकांड में दिल्ली की अदालत ने पांच को दोषी ठहराया
सिद्धरमैया ने राज्य के पदक विजेताओं को सम्मानित किया और राजेश्वरी गायकवाड़ (क्रिकेट- स्वर्ण), रोहन बोपन्ना (टेनिस- मिश्रित युगल- स्वर्ण), मिजो चाको कुरियन, निहाल जोएल (एथलेटिक्स पुरुष 4*400 मीटर रिले - आरक्षित एथलीट - स्वर्ण), मिथुन मंजूनाथ (पुरुष बैडमिंटन - रजत), साई प्रतीक (पुरुष बैडमिंटन रजत), दिव्या (निशानेबाजी - दो रजत पदक), और कोच - वी. तेजस्विनी बाई (कबड्डी - स्वर्ण), अंकिता बी एस (हॉकी - कांस्य), सी. ए. कुट्टप्पा (मुख्य मुक्केबाजी कोच- 1 रजत और 4 कांस्य) को नकद पुरस्कार प्रदान किये. आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, स्वर्ण पदक विजेताओं को 25 लाख रुपये, रजत पदक विजेताओं को 15 लाख रुपये और कोच को 5-5 लाख रुपये का नकद पुरस्कार दिया गया.