नयी दिल्ली, 12 जुलाई देश के नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 2030 तक 10 लाख लोगों को रोजगार देने की क्षमता है। भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी लिमिटेड (इरेडा) के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक प्रदीप कुमार दास ने मंगलवार को यह बात कही।
उन्होंने एक कार्यक्रम में ‘सहकारी संस्थाओं के लिए नवीकरणीय ऊर्जा प्रबंधन’ विषय पर अपने संबोधन में कहा, ‘‘भारत का नवीकरणीय ऊर्जा (आरई) क्षेत्र संभावित रूप से 2030 तक लगभग 10 लाख लोगों को रोजगार दे सकता है, जो इस क्षेत्र द्वारा वर्तमान में नियोजित 1.1 लाख कर्मचारियों के मुकाबले दस गुना होगा।’’
एक बयान में उन्होंने कहा कि 90 प्रतिशत से अधिक आरई परियोजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों में शुरू हुई हैं, जिसके चलते ग्रामीण अर्थव्यवस्था का विकास हुआ है।
कार्यक्रम का आयोजन कृषि बैंकिंग में अंतरराष्ट्रीय सहयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र (सीआईसीटीएबी) द्वारा पुणे में किया गया। इस कार्यक्रम को सहकारिता मंत्रालय ने प्रायोजित किया।
दास ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण क्षरण के प्रभावों को समझने के लिए सहकारी समूहों की क्षमताओं को बढ़ाने की जरूरत पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि सहकारी समूह आरई के माध्यम से भारत को हरा-भरा बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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