देश की खबरें | भारत, अमेरिका के सुरक्षा हितों को कमजोर करने के लिए अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश

नयी दिल्ली, 15 जनवरी सरकार द्वारा गठित एक उच्चस्तरीय जांच समिति ने भारत और अमेरिका दोनों के सुरक्षा हितों को नुकसान पहुंचाने वाले कुछ संगठित आपराधिक समूहों और आतंकवादी संगठनों की गतिविधियों की जांच के बाद एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की है।

वर्ष 2023 में न्यूयॉर्क में खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश भारतीय एजेंटों द्वारा किए जाने के अमेरिका के आरोप के बाद जांच का आदेश दिया गया था।

अमेरिका ने विकास यादव का नाम पन्नू की हत्या के असफल प्रयास के संबंध में लिया है। पन्नू के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। बताया जाता है कि विकास यादव भारत की खुफिया एजेंसी रॉ का पूर्व अधिकारी है।

गृह मंत्रालय ने बुधवार को एक बयान में कहा कि लंबी जांच के बाद समिति ने एक व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की है, जिसके पिछले आपराधिक संबंध और पृष्ठभूमि भी जांच के दौरान सामने आई थी।

हालांकि, गृह मंत्रालय के बयान में किसी ऐसे व्यक्ति का नाम नहीं बताया गया जिसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है।

गृह मंत्रालय ने कहा कि भारत और अमेरिका दोनों के सुरक्षा हितों को कमजोर करने वाले कुछ संगठित आपराधिक समूहों, आतंकवादी संगठनों, मादक पदार्थ तस्करों आदि की गतिविधियों के बारे में अमेरिकी अधिकारियों से जानकारी प्राप्त होने पर भारत सरकार ने नवंबर 2023 में एक उच्चाधिकार प्राप्त जांच समिति गठित की।

समिति ने जांच की और अमेरिकी पक्ष द्वारा प्रदान किए गए सुरागों का भी अनुसरण किया और इसे अमेरिकी अधिकारियों से पूर्ण सहयोग मिला। इस दौरान दोनों पक्षों ने दौरे भी किए।

समिति ने विभिन्न एजेंसियों के कई अधिकारियों से पूछताछ की और इस संबंध में प्रासंगिक दस्तावेज की भी पड़ताल की।

बयान में कहा गया है, ‘‘लंबी जांच के बाद, समिति ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है और एक व्यक्ति के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश की है, जिसके पिछले आपराधिक संबंध और पृष्ठभूमि भी जांच के दौरान सामने आई है।’’

समिति ने सिफारिश की है कि कानूनी कार्रवाई तेजी से पूरी की जानी चाहिए।

बयान में कहा गया है, ‘‘समिति ने प्रणालियों और प्रक्रियाओं में कार्यात्मक सुधार की सिफारिश की है तथा ऐसे कदम उठाने की भी सिफारिश की है, जिससे भारत की प्रतिक्रिया क्षमता मजबूत हो सके, इस तरह के मामलों से निपटने में व्यवस्थित नियंत्रण और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित हो सके।’’

नवंबर 2023 में उच्चाधिकार प्राप्त समिति के गठन की घोषणा करते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वह मामले के सभी प्रासंगिक पहलुओं (अमेरिका द्वारा उठाई गई सुरक्षा चिंताओं) पर गौर करेगा।

इससे पहले, अमेरिका ने कहा था कि उसने एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश को नाकाम कर दिया और भारत को इसमें नयी दिल्ली की संलिप्तता की चिंताओं के बारे में बताया है।

अमेरिका ने कहा कि वह इस साजिश को अत्यंत गंभीरता से ले रहा है और उसने इस मुद्दे को भारत सरकार के साथ ‘‘वरिष्ठतम स्तर पर’’ उठाया है।

दिसंबर 2023 में यादव को दिल्ली पुलिस ने अपहरण और जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया था। इस मामले में वह फिलहाल जमानत पर है।

पन्नू की हत्या की कोशिश से जुड़े मामले में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता को 2023 में प्राग में गिरफ्तार किया गया था और बाद में चेक गणराज्य से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था।

गुप्ता को अमेरिकी सरकार के अनुरोध पर पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कनाडा ने भी जून में वैंकूवर के एक उपनगर में सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय गुर्गों को जोड़ने वाले ‘‘ठोस’’ आरोपों की मौजूदगी का दावा किया था।

भारत ने इन सभी आरोपों को खारिज कर दिया था।

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