नयी दिल्ली, नौ जुलाई कोरोना वायरस महामारी के बीच दक्षिण रेलवे के एक सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर ने एक ऐसा उपकरण तैयार किया है जो लोगों को एक-दूसरे से कम से कम तीन मीटर की दूरी बनाये रखने के बारे में याद दिलाएगा।
यह उपकरण किसी भी व्यक्ति की जेब या छोटे पर्स में आसानी से आ सकता है। इसे परिचय पत्र के साथ जोड़ा जा सकता है या कलाई घड़ी के साथ भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसका वजन करीब 30 ग्राम है। यह उपकरण मनुष्य की मौजूदगी का पता लगाने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करता है, यदि दूसरे ने भी वही उपकरण अपने पास रखा हो।
दक्षिण रेलवे, त्रिवेंद्रम डिविजन के सीनियर डिविजनल सिग्नल एंड टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर आर दिनेश ने अपने कनिष्ठ इंजीनियर आर निधीज द्वारा इस उपकरण के विकास का समन्वय किया।
दिनेश ने कहा, ‘‘इसे ड्यूटी पर तैनात रेल कर्मचारियों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह उपकरण लिये हुए दो या अधिक व्यक्ति यदि 2-3 मीटर की दूरी के भीतर आते हैं, तो यह उन्हें ध्वनि करके चेतावनी देगा। यह तब तक ध्वनि उत्पन्न करना जारी रखेगा जब तक कि उनके बीच तीन मीटर से अधिक की दूरी न हो जाए। इस प्रकार, यह उपकरण एक-दूसरे से दूरी बनाये रखने के नियम के पालन में मदद करेगा।’’
उन्होंने बताया कि इस उपकरण को एक चार्जर की मदद से चार्ज किया जा सकता है और एक बार चार्ज होने पर यह 12 घंटे काम करेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने एक प्रोटोटाइप विकसित किया है और इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। हम इसे बड़े पैमाने पर बनाने के लिए इसकी प्रौद्योगिकी अन्य जोन रेलवे को हस्तांतरित करने को तैयार हैं।’’
यह उपकरण निधीज का नवीनतम अविष्कार है। उन्होंने एक रोबोट ‘रेलमित्र’ भी बनाया है जो दवा, भोजन, पानी कोविड-19 मरीजों को वितरित कर सकता है। यह रोबोट कोविड-19 संक्रमण फैलने से रोकने के लिए ऐसे मरीजों द्वारा इस्तेमाल की हुई प्लेट, बोतल, मास्क भी एकत्रित कर सकता है।
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