नई दिल्ली: फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के मामले में केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो को अपनी प्रगति रिपोर्ट पेश करने का निर्देश देने के लिये सोमवार को उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गयी. यह जनहित याचिका अधिवक्ता पुनीत ढांडा ने दायर की है. याचिका में कहा गया है कि न्यायालय ने 19 अगस्त को यह मामला सीबीआई को जांच के लिये सौंपा था और चार महीने बीत जाने के बाद भी जांच एजेन्सी ने अभी तक अपनी जांच पूरी नहीं की है.
याचिका में कहा गया है कि सीबीआई इस मामले में पूरी जिम्मेदारी के साथ काम नहीं कर रही है और जांच पूरी करने में विलंब कर रही है. याचिका में कहा गया है कि हत्या जैसे गंभीर मामलों में भी कानून में 90 दिन के भीतर आरोप दायर करना होता है लेकिन इस मामले में जांच एजेन्सी अपनी भूमिका निभाने में बुरी तरह विफल हुयी है और इस मामले में अनावश्यक विलंब से न्याय प्रशासन का ही नहीं बल्कि दुनिया में देश का नाम भी बदनाम कर रही है. यह भी पढ़े | सिलवासा में 730 करोड़ रुपये के निवेश से नया संयंत्र लगाएगी Hindalco Industries.
याचिका में सीबीआई को अपनी जांच दो महीने के भीतर पूरी करके संबंधित अदालत में रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है. सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई के उपनगर बांद्रा में अपने अपार्टमेन्ट में रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाये गये थे। मुंबई पुलिस ने शुरू में इस मामले की जांच की थी और 50 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज किये थे.
इस मामले में सुशांत सिंह राजपूत के पिता ने अभिनेत्री रिया चक्रवती और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ पटना में अभिनेता को आत्महत्या के लिये उकसाने का आरोप लगाते हुये प्राथमिकी दर्ज की थी. बाद में उच्चतम न्यायालय ने बिहार पुलिस से इस मामले में जांच लेकर सीबीआई को सौंप दी थी
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