चंडीगढ़: इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला ने मंगलवार को दो किसान प्रदर्शन स्थलों का दौरा किया और कहा कि धरना-प्रदर्शन सरकार को ''काले कृषि कानूनों'' को रद्द करने पर मजबूर कर देंगे. साथ ही कहा कि ऐसे कानून लाने वाली सत्ता को जनता उखाड़ फेंकेगी. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह लड़ाई केवल किसानों और मजदूरों की नहीं है बल्कि ''पूरे देश की है और पूरी दुनिया की निगाहें किसान आंदोलन पर हैं.''
चौटाला ने कहा था कि वह किसानों के प्रति अपना समर्थन जताने के वास्ते धरना स्थलों का दौरा करेंगे और मंगलवार को वह हरियाणा के पलवल और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में किसानों के धरना स्थल पर पहुंचे. आईएनएलडी ने केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसानों को अपना समर्थन दिया है. पलवल में किसानों का संबोधित करते हुए चौटाला ने कहा, '' हमारा देश प्राथमिक तौर पर कृषि आधारित है. अगर किसान खुश हैं तो देश समृद्ध है, अगर वे खुश नहीं हैं तो राष्ट्र तरक्की नहीं कर सकता. यह भी पढ़े: Farmers Protest: किसान नेता राकेश टिकैत की धमकी, कहा- केंद्र बातचीत को तैयार नहीं हम 22 जुलाई को दिल्ली संसद भवन के बाहर देंगे धरना
उन्होंने आरोप लगाया, '' भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान समेत समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों का जीवन मुश्किल में पड़ गया है। यह सरकार कारपोरेट घरानों के फायदे वाली नीतियां बनाना चाहती है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन लगातार मजबूत हो रहा है क्योंकि इसे देशव्यापी समर्थन हासिल है.
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