कोलकाता, 21 अगस्त कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सक के साथ कथित दुष्कर्म और फिर उसकी हत्या की घटना के खिलाफ जारी जूनियर डॉक्टर के आंदोलन के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को शहर और उसके बाहर सड़कों पर विरोध-प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं, इसके चलते पश्चिम बंगाल में जन स्वास्थ्य सेवा बुरी तरह प्रभावित रही।
हालांकि मामले में कोई नयी गिरफ्तारी नहीं हुई, लेकिन केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने आरजी कर अस्पताल के शीर्ष अधिकारियों से पूछताछ जारी रखी।
इस बीच, अस्पताल के एक पूर्व प्रशासक ने उच्च न्यायालय का रुख किया और अस्पताल के पूर्व प्राचार्य के खिलाफ कथित वित्तीय अनियमितताओं की प्रवर्तन निदेशालय से जांच कराने का अनुरोध किया।
राज्य के मेडिकल कॉलेजों के वरिष्ठ चिकित्सक, नर्स और भविष्य में चिकित्सक बनने वालों ने राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुख्यालय ‘स्वास्थ्य भवन’ तक मार्च निकाला और परिसर को घेर लिया। इसके बाद प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधियों ने विभाग के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और दोपहर को ज्ञापन सौंपा।
एक जूनियर चिकित्सक ने कहा, ‘‘हमारी नवनियुक्त प्रचार्या डॉ. सुरहिता पाल लापता हैं। वह हमारी संरक्षक हैं, लेकिन जिस रात अस्पताल में तोड़फोड़ की गई, तब से वे परिसर में नहीं आई हैं। हमने सुना है कि वे स्वास्थ्य भवन से काम कर रही हैं। इसलिए हम उन्हें ढूढने के लिए वहां जा रहे हैं।’’
बैठक से बाहर आकर, प्रदर्शनकारी चिकित्सकों ने कहा कि वे अधिकारियों के रवैये से ‘‘बेहद निराश’’ हैं।
एक चिकित्सक ने कहा, ‘‘हम यहां न्याय मांगने नहीं आए हैं। हम यहां सरकार से यह कहने आए हैं कि उसे उन सभी अस्पताल अधिकारियों को तुरंत हटा देना चाहिए जो उस अपराध की रात प्रशासन के प्रभारी थे और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे फिर कभी प्रशासनिक पदों पर काम न करें। लेकिन स्वास्थ्य अधिकारी ऐसा नहीं कर पाए।’’
इस बीच, सीबीआई ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष से लगातार छठे दिन पूछताछ की।
एजेंसी के अधिकारियों ने अस्पताल के कई अन्य शीर्ष अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है, जिसमें अस्पताल की वर्तमान अधीक्षक एवं उप-प्राचार्य बुलबुल मुखोपाध्याय भी शामिल हैं।
मुखोपाध्याय पहले छात्र मामलों की डीन के रूप में काम कर चुकी हैं।
सूत्रों ने बताया कि एजेंसी द्वारा बृहस्पतिवार को उच्चतम न्यायालय को अपनी जांच प्रगति रिपोर्ट सौंपने से एक दिन पहले, जांचकर्ता घोष के बयानों में पाई गई कई ‘‘विसंगतियों’’ की जांच करने की कोशिश कर रहे हैं।
आरजी कर के एक पूर्व उप अधीक्षक ने बुधवार को कलकत्ता उच्च न्यायालय का रुख किया और उन्होंने घोष के खिलाफ ईडी जांच की मांग करते हुए, अस्पताल में उनके कार्यकाल के दौरान वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया।
अदालत ने डॉ. अख्तर अली को याचिका दायर करने की अनुमति दी, जिस पर इस सप्ताह के अंत में सुनवाई होने की संभावना है।
अली ने पहले दावा किया था कि उन्होंने घोष के खिलाफ 2023 में राज्य सरकार के समक्ष कई शिकायतें दर्ज कराई थीं जिसके बाद उनका तबादला कर दिया गया।
बंगाल सरकार ने कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के लिए सोमवार को एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया।
शीर्ष अदालत द्वारा सरकारी अस्पताल में केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती के दिए गए आदेश के एक दिन बाद, बुधवार को सीआईएसएफ की एक टीम ने अस्पताल का दौरा किया और इसकी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह निरीक्षण केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव को भेजे गए पत्र के बाद हुआ है, जिसमें आरजी कर मेडिकल कॉलेज में सीआईएसएफ की तैनाती की मांग की गई।
हालांकि, दोपहर में कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के कार्यकर्ताओं की एक विरोध रैली में उस वक्त हंगामा बढ़ गया जब उन्होंने पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की मांग करते हुए कोलकाता पुलिस मुख्यालय की ओर मार्च करने का प्रयास किया।
पुलिस ने बताया कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल मन्नान और प्रदीप भट्टाचार्य सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को रोक दिया गया और उन्हें हिरासत में ले लिया।
इस बीच, मध्य कोलकाता के मौलाली इलाके में राज्य के विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मशालों के साथ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों के विरोध मार्च का नेतृत्व किया।
पूर्व सांसद स्वप्न दासगुप्ता और अर्जुन सिंह सहित कई अन्य पार्टी नेता भी मौजूद थे।
‘द कश्मीर फाइल्स’ और ‘द ताशकंद फाइल्स’ से मशहूर हुए फिल्म निर्माता विवेक अग्निहोत्री भी मार्च में शामिल हुए।
अग्निहोत्री ने कहा, ‘‘ऐसे मामलों में तुरंत प्राथमिकी दर्ज हो जाती है, इसमें देरी क्यों हुई? और जब हमने इन सबके बाद मुख्यमंत्री को अपने कार्यालय से बाहर निकलकर सड़कों पर उतरते देखा, तो मुझे लगा कि यह लोकतंत्र का अंत है।’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)