पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के नेतृत्व वाली बीएनपी चुनाव का बहिष्कार कर रही है, जिसके चलते 16 करोड़ 60 लाख की आबादी वाले देश में मतदाताओं के पास प्रधानमंत्री शेख हसीना की अवामी लीग को लगातार चौथी बार फिर से निर्वाचित करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
ढाका शहर में नेशनल प्रेस क्लब के सामने रविवार को हुए विरोध प्रदर्शन में विपक्षी दल के कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि हसीना की निगरानी में निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव हो सकता है। यह विरोध प्रदर्शन 28 अक्टूबर को विपक्ष की एक विशाल रैली के हिंसक हो जाने के कुछ सप्ताह बाद हुआ।
पार्टी ने अवामी लीग सरकार पर सैकड़ों विपक्षी नेताओं को जेल में डालने और आलोचकों को चुप कराने का आरोप लगाते हुए चुनाव का बहिष्कार किया है। हालांकि, सरकार ने इन आरोपों से इनकार किया है।
जिया की पार्टी के संयुक्त महासचिव रुहुल कबीर रिजवी ने एक वीडियो कॉन्फ्रेंस में कहा कि सरकार ने असंतुलित चुनाव परिणाम सुनिश्चित करने के लिए राजनीतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं को फर्जी आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया या उन्हें दंडित किया गया।
उन्होंने लोगों से चुनाव का बहिष्कार करने का आग्रह किया।
रिजवी ने कहा कि यह देश के राजनीतिक संकट को गहरा करेगा और इसे खतरे की ओर धकेल देगा।
वहीं, सत्तारूढ़ पार्टी अवामी लीग के सांसद और अंतरराष्ट्रीय मामलों की समिति के सदस्य मोहम्मद ए. अराफात ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा, “ हमारा रुख बिल्कुल स्पष्ट है। जो लोग तोड़फोड़ या आगजनी के कृत्यों में शामिल हैं, जिन्होंने पुलिस पर हमला किया और उन्हें मार डाला, उन पर विशिष्ट आरोपों के तहत कार्रवाई की जा रही है। हम इस दावे को स्पष्ट रूप से खारिज करते हैं कि विपक्षी पार्टी के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई है।''
एपी
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