फर्जी समाचार प्रसारित करने के आरोप में गिरफ्तार पत्रकार के खिलाफ देह व्यापार संबंधी मामला भी दर्ज
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credits: Twitter)

रायपुर, 8 मार्च : छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस ने फर्जी समाचार प्रसारित करने के आरोप में गिरफ्तार एक वेब पोर्टल के पत्रकार के खिलाफ दर्ज मामले में अनैतिक देह व्यापार संबंधी कानून की धाराओं को भी शामिल किया है. रायपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को यहां बताया कि पुलिस ने वेब पोर्टल के पत्रकार नीलेश शर्मा के खिलाफ दर्ज मामले में अनैतिक व्यापार निवारण अधिनियम और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) अधिनियम की धाराओं को भी शामिल कर लिया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शर्मा की गिरफ्तारी के बाद उसके मोबाइल फोन की जांच की गई, जिसके बाद अन्य धाराएं जोड़ी गई. जांच के दौरान जानकारी मिली कि शर्मा कथित तौर पर देह व्यापार में संलिप्त महिलाओं के संपर्क में था. इस मामले में एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है.

रायपुर शहर के सिविल लाइंस थाने की पुलिस ने शर्मा को बुधवार को अपने वेब पोर्टल पर 'घुरवा के माटी' नामक व्यंग्यपूर्ण स्तम्भ के माध्यम से कांग्रेस नेताओं के खिलाफ फर्जी और निराधार खबरें प्रसारित करने के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शर्मा के मोबाइल फोन में अश्लील सामग्री मिली है तथा इन सामग्रियों को कथित तौर पर उसके द्वारा प्रसारित किया जा रहा था. इस मामले पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने शर्मा के खिलाफ दर्ज मामले में आईटी अधिनियम की धाराओं को भी जोड़ा है. उन्होंने बताया कि जांच के दौरान यह भी जानकारी मिली कि विधायक चिंतामणि महाराज की सुरक्षा में तैनात रहे वीआईपी सुरक्षा बटालियन के प्लाटून कमांडर विनोद सिंह ठाकुर ने गिरफ्तार पत्रकार के साथ दो कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) अवैध रूप से साझा किए थे. इसके बाद सुरक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है. यह भी पढ़ें : फर्जी समाचार प्रसारित करने के आरोप में गिरफ्तार पत्रकार के खिलाफ देह व्यापार संबंधी मामला भी दर्ज

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शर्मा के फोन की जांच के दौरान ऐसे संदेश सामने आए हैं जो डराने-धमकाने की श्रेणी में आता है. आशंका है कि आरोपी पत्रकार पत्रकारिता की आड़ में लोगों को धमका रहा था और ब्लैकमेल कर रहा था. आगे की जांच में पुलिस उन लोगों का बयान दर्ज करेगी जिन्हें पत्रकार शर्मा ने धमकाया था. उन्होंने बताया कि शर्मा के व्हाट्सएप संदेश के प्रारंभिक विश्लेषण से पता चलता है कि उसने कई लोगों से काम कराने में मदद करने के नाम पर कथित तौर पर धन लिया था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शर्मा के फोन से कुछ गोपनीय सरकारी दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं. यह पता लगाया जा रहा है कि पत्रकार ने इस तरह के दस्तावेजों का लाभ कैसे उठाया. बहरहाल, अधिकारियों ने दस्तावेजों के संबंध में अधिक जानकारी नहीं दी है.