विदेश की खबरें | युद्धरत जनजातियों के बीच शांति समझौते के बाद कुर्रम में बंकर ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

पेशावर, 14 जनवरी पाकिस्तान में खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अशांत कुर्रम जिले में बंकरों को ध्वस्त करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है, जहां दो युद्धरत जनजातियों के बीच भारी रक्तपात देखने को मिला है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

उपायुक्त अशफाक खान ने कहा कि पिछले साल 21 नवंबर से 2 दिसंबर तक शिया और सुन्नी जनजातियों के बीच सांप्रदायिक संघर्ष के प्रमुख स्थल रहे बालिशखेल और खरकाली के पास चार बंकरों को पुलिस और स्थानीय प्रशासन ने ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई जिले में बंकर ध्वस्त करने के लिए सरकार की ओर से दी गई समय सीमा के बीतने के बाद की गई।

अधिकारी ने कहा कि आने वाले दिनों में और बंकरों को ध्वस्त किया जाएगा।

अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन ने पुलिस, फ्रंटियर कोर (एफसी) और सेना की कड़ी सुरक्षा के तहत चार बंकरों को विस्फोट करके ध्वस्त कर दिया।

कोहाट संभाग के आयुक्त मोतसिम बिल्लाह ने कहा कि जिरगा और शांति समिति की देखरेख में बंकरों को ध्वस्त कर दिया गया।

खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत की सरकार के प्रवक्ता बैरिस्टर सैफ ने कहा कि शीर्ष समिति के फैसले और शांति समझौते के तहत बंकरों को ध्वस्त करना जरूरी था।

जिले में सांप्रदायिक झड़पों में 133 लोगों की मौत के बाद चार जनवरी को अलीजई और बागान जनजातियों के बीच शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।

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