प्रधानमंत्री मोदी ने सरिस्का के जंगलों में लगी आग के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से की बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo Credits: File Image)

नयी दिल्ली, 30 मार्च : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के अलवर जिले में स्थित सरिस्का बाघ अभयारण्य के जंगलों में लगी भीषण आग के मामले में बुधवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात की और स्थिति पर चिंता जताते हुए उन्हें हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से सरिस्का बाध अभयारण्य में लगी आग के मुद्दे पर बात की. प्रधानमत्री ने स्थिति पर चिंता जताई और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.’’ गहलोत ने मंगलवार को बताया था कि सरिस्का के जंगल में लगी आग काफी हद तक नियंत्रण में है.

उन्होने कहा था कि राज्य व केंद्र सरकार की ओर से समन्वय के साथ आग पर नियंत्रण की कोशिश की जा रही है. इसके लिए भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर भी लगाए गए हैं. गहलोत ने उम्मीद जताई थी कि आग पर बुधवार तक काबू पा लिया जाएगा. वन विभाग के एक अधिकारी ने कहा,‘‘आग मंगलवार रात ज्यादा नहीं फैली और कल की तुलना में 50 प्रतिशत से अधिक पर काबू पा लिया गया है.’’ उन्होंने कहा कि जहां बड़े-बड़े घास के मैदान थे वहां आग पर लगभग काबू पा लिया गया है. अधिकारी ने कहा, ‘‘जिस इलाके में घास के मैदान कम हैं, वहां अब भी आग लगी हुई है, इसलिए हमें उम्मीद है कि आग पर पूरी तरह काबू पाने में अब ज्यादा समय नहीं लगेगा." उनका कहना था कि जो आग कल दिन में 10 वर्ग किलोमीटर में फैल गई थी वह अब पांच छह वर्ग किलोमीटर में रह गई और हेलीकॉप्टर पास की सिलीसेढ़ से पानी लाकर छिड़काव कर रहे हैं. यह भी पढ़ें : उच्चतम न्यायालय ने केंद्र से कर्नाटक में लौह अयस्क के निर्यात पर अपना रुख स्पष्ट करने को कहा

उनके मुताबिक आग बुझाने के काम वन विभाग के कर्मचारियों, नेचर गाइड और स्थानीय लोगों के साथ राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की दो बचाव टीम भी लगी हुई हैं. एसडीआरएफ कमांडेंट पंकज चौधरी ने कहा कि टीम ऑपरेशन में सहयोग कर रही हैं. उल्लेखनीय है कि रविवार शाम को लगी आग पर सोमवार को काबू पा लिया गया लेकिन यह बाद में फिर भड़क गई. वन विभाग ने आसपास के गांवों के लोगों से जंगल में नहीं जाने को कहा है क्योंकि जहां आग लगी है वहां चार बाघ और पांच शावक घूमते हैं. अधिकारियों ने कहा कि प्रभावित क्षेत्र में कोई बाघ नहीं फंसा है और उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है. उल्लेखनीय है कि अलवर जिले में स्थित सरिस्का अभयारण्य में 27 बाघ और कई अन्य जानवरों प्रजातियां हैं.