देश की खबरें | दक्षिण पूर्वी एशिया में टीबी के 45 लाख नए मामलों को रोकने के लिए तीन अरब डॉलर के वार्षिक निवेश की जरूरत: डब्ल्यूएचओ

नयी दिल्ली, 23 मार्च विश्व तपेदिक (टीबी) दिवस पर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय और वैश्विक हितधारकों से दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में टीबी के करीब 45 लाख नए मामलों को रोकने और 2025 तक 15 लाख और मौतों को रोकने के लिए सालाना कम से कम तीन अरब डॉलर का निवेश करने की तत्काल जरूरत पर जोर दिया।

दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि एक दशक में पहली बार, 2020 में वैश्विक स्तर पर टीबी से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है। दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में, मौतें लगभग 10 प्रतिशत बढ़कर सात लाख से अधिक हो गई हैं जबकि कोविड-19 महामारी टीबी से निपटने के लिए जरूरी सेवा देने में हासिल की उपलब्धि को खत्म कर रही है और टीबी को खत्म करने की कोशिशों को खतरे में डाल रही है।

सिंह ने यहां एक बयान में कहा, “टीबी को खत्म करने की हमारी गति रुकनी नहीं चाहिए। टीबी को समाप्त करने के लिए बढ़े हुए निवेश और नवीन वित्तपोषण तंत्र खोजने से नए टीबी मामलों और मौतों को रोका जा सकेगा।”

डब्ल्यूएचओ अपनी प्रमुख प्राथमिकताओं के अनुरूप क्षेत्र के सभी देशों में टीबी को समाप्त करने के प्रयासों में तेजी ला रहा है।

कोविड-19 से निपटने के दौरान, देशों ने टीबी सहित जरूरी स्वास्थ्य सेवाओं को बनाए रखने के लिए सराहनीय प्रयास किए हैं। 2020 में, भारत ने इस बीमारी के खिलाफ "जन आंदोलन" शुरू किया था।

सिंह ने कहा कि 2019 में, दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में टीबी के लगभग 23 प्रतिशत मामले कुपोषण के कारण हुए थे और तब से कुपोषण गरीबों में बढ़ा है।

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)