नई दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का स्मारक बनाने जा रही है. सरकार ने स्मारक के लिए राष्ट्रीय स्मृति में जगह को मंजूरी दे दी है. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की स्मारक दिल्ली के राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर बनाई जाएगी. प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है. पूर्व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने सोशल मीडिया पर इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का धन्यवाद किया.
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने अपने पोस्ट में लिखा, "बाबा का स्मारक बनाने के फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार का तहे दिल से आभार. यह इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि हमने इसके लिए आग्रह भी नहीं किया था. प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित और उदार कदम से मैं बेहद प्रभावित हूं."
पूर्व राष्ट्रपति की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उनके पिता को सम्मानित करने के लिए शुक्रिया अदा किया.
शर्मिष्ठा ने प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के इस अप्रत्याशित, लेकिन वास्तव में उदार भाव से मैं बहुत अभिभूत हूं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘बाबा कहा करते थे कि राजकीय सम्मान मांगा नहीं जाना चाहिए, बल्कि यह प्रदान किया जाना चाहिए. मैं बहुत आभारी हूं कि प्रधानमंत्री मोदी ने बाबा की स्मृति का सम्मान करने के लिए ऐसा किया.’’
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पीएम मोदी का आभार जताया
Called on Hon’ble PM @narendramodi ji to express thanks & gratitude from core of my heart 4 his govts’ decision 2 create a memorial 4 baba. It’s more cherished considering that we didn’t ask for it. Immensely touched by this unexpected but truly gracious gesture by PM🙏 1/2 pic.twitter.com/IRHON7r5Tk
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) January 7, 2025
सरकार ने शर्मिष्ठा मुखर्जी को इस निर्णय की जानकारी देते हुए एक पत्र में कहा, ‘‘सक्षम प्राधिकारी ने भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की समाधि बनाने के लिए राष्ट्रीय स्मृति परिसर (राजघाट क्षेत्र का एक हिस्सा) में एक निर्दिष्ट स्थल को चिह्नित करने को मंजूरी दे दी है.’’
कांग्रेस पर साधा निशाना
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस के प्रति अपने तीखे बयान दिए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जब अगस्त 2020 में उनके पिता का निधन हुआ, तब कांग्रेस नेतृत्व ने शोक सभा आयोजित करने तक की जहमत नहीं उठाई.
शर्मिष्ठा ने लिखा, "कांग्रेस कार्य समिति (CWC) ने प्रणब मुखर्जी की मृत्यु पर शोक सभा तक नहीं बुलाई. इसके विपरीत, पार्टी ने हमें इस मुद्दे पर गुमराह किया." शर्मिष्ठा ने एक और बयान में राहुल गांधी के समर्थकों की आलोचना की. उन्होंने कहा कि उनके पिता को आरएसएस मुख्यालय जाने पर 'संघी' कहा गया, जबकि राहुल गांधी ने खुद प्रधानमंत्री मोदी को संसद में गले लगाया था.
उन्होंने तंज कसते हुए पूछा, "राहुल के समर्थक मेरे पिता को 'संघी' कहते हैं. मैं उन्हें चुनौती देती हूं कि वे राहुल गांधी से पूछें कि उन्होंने पीएम मोदी को गले क्यों लगाया, जिन्हें उनकी मां ने 'मौत का सौदागर' कहा था?"