Swati Maliwal Misbehavior Case: मालीवाल के साथ कथित ‘बदसलूकी’ मामले में जानकारी जुटाने उनके आवास पहुंची पुलिस
Swati Maliwal

नयी दिल्ली, 16 मई : दिल्ली पुलिस की एक टीम मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल के साथ कथित बदसलूकी के मामले में बृहस्पतिवार को उनके घर पहुंची. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) दर्जे के एक अधिकारी के नेतृत्व में एक दल घटना की जानकारी लेने के लिए मालीवाल के घर गया है. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि मालीवाल सोमवार सुबह सिविल लाइन्स थाने पहुंची थीं और उन्होंने आरोप लगाया था कि केजरीवाल के निजी स्टाफ के एक सदस्य ने मुख्यमंत्री आवास पर उनके साथ बदसलूकी की थी. पुलिस को इस मामले में अभी तक औपचारिक शिकायत नहीं प्राप्त हुई है. राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने मालीवाल के आरोपों पर केजरीवाल के सहयोगी बिभव कुमार को आज समन भेजा. उनका पक्ष शुक्रवार को पूर्वाह्न 11 बजे सुना जाएगा. आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने मंगलवार को कहा था कि मालीवाल के साथ जो घटना घटी, वह अत्यंत निंदनीय है.

सिंह ने बृहस्पतिवार को लखनऊ में केजरीवाल की मौजूदगी में एक संवाददाता सम्मेलन में मालीवाल को लेकर पूछे गए एक सवाल पर कहा, ‘‘पूरा देश आज तक दुखी है कि करगिल के सैनिक की पत्नी को मणिपुर में निर्वस्त्र घुमाया गया और भारत के प्रधानमंत्री चुप हैं.” संजय सिंह ने आरोप लगाया, ''प्रज्वल रेवन्ना ने हजारों महिलाओं के साथ बलात्कार किया और उन्हें भाजपा ने देश से भागने की अनुमति दी. जब महिला पहलवान जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन कर रही थीं तब दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर मालीवाल वहां गईं, उन्हें पुलिस ने घसीटा और पीटा. उत्तर प्रदेश में, कुलदीप सिंह सेंगर और हाथरस के मामले में भारत के प्रधानमंत्री शांत रहे और कुछ भी नहीं कहा.’’ यह भी पढ़ें : आबकारी नीतिः अदालत ने बीआरएस नेता कविता की याचिका पर सीबीआई से रुख स्पष्ट करने को कहा

सिंह ने कहा, ‘‘ 'आप' हमारा परिवार है. पार्टी ने इस मामले पर अपना नजरिया स्पष्ट कर दिया है.'' उन्होंने कहा, '' मैं चाहता हूं कि जो मुद्दे मैंने आपके सामने रखे हैं, उन पर भाजपा और प्रधानमंत्री को भी जवाब देना चाहिए. उन्हें (प्रधानमंत्री को) स्वाति मालीवाल के मुद्दे पर जवाब देना चाहिए, जिन्हें जंतर मंतर पर घसीटकर पीटा गया था. जब वह महिला पहलवानों के लिए न्याय मांगने गयी थी. मैं सिर्फ इतना कहना चाहता हूं कि मुद्दों पर राजनीतिक खेल मत खेलो.’’