नयी दिल्ली, 26 मई चीन ने मंगलवार को कहा कि वह नोवेल कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में फंसे हुए अपने छात्रों, पर्यटकों और कारोबारियों को वापस लाने के लिए उड़ानें भेजने की योजना बना रहा है।
चीनी दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह फैसला चीन के विदेशों में फंसे नागरिकों को सहायता प्रदान करने की कड़ी में लिया गया है।
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चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि भारत में महामारी के हालात को देखते हुए चीन अस्थायी उड़ानें भारत भेजकर अपने छात्रों और पर्यटकों समेत नागरिकों को वापस बुलाने की योजना बना रहा है जो भारत में कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने इस मुद्दे पर एक प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘‘चीन की सरकार प्रवासी चीनी नागरिकों की सेहत और सुरक्षा को बहुत महत्व देती है।’’
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चीनी नागरिकों को यहां से निकालने का फैसला ऐसे समय में लिया जा रहा है जब भारत कोरोना वायरस से सबसे बुरी तरह प्रभावित दुनिया के दस देशों में शामिल हो गया है। भारत में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और रोगियों की संख्या करीब 1.45 लाख पहुंच गयी है।
कोरोना वायरस की शुरुआत दिसंबर में चीन के वुहान शहर से हुई थी। दुनियाभर में इस वायरस से 55 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 3.5 लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। भारत ने फरवरी में वुहान से करीब 700 भारतीयों को निकाला था
चीनी दूतावास ने सोमवार को एक नोटिस जारी कर भारत में अपने नागरिकों को वापस बुलाने की योजना के बारे में सूचित किया था।
मंदारिन में प्रकाशित नोटिस में कहा गया है कि पिछले 14 दिन में कोरोना वायरस का इलाज कराने वाले या बुखार और खांसी जैसे संक्रमण के लक्षण रखने वालों को विशेष उड़ानों में यात्रा नहीं करनी चाहिए।
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