महाराष्ट्र में नहीं थम रही कोरोना की रफ्तार, 24  घंटे में COVID-19 के 2,091 नए केस, 97 लोगों की मौत
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit-PTI)

मुंबई: महाराष्ट्र (Maharashtra) में कोरोना (Coronavirus) का कहर थमता नहीं दिखा रहा है. इस देश में इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र ही है. यहां हर दिन मरीजों की संख्या में बड़ा इजाफा हो रहा है. मंगलवार को महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 2091 नए केस सामने आए. इस दौरान 97 लोगों की मौत हुई है. राज्य में कोरोना के कुल 54,758 मामले हो गए हैं और 1792 लोगों की मौत हुई है. वहीं मुंबई (Mumbai) में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1002 नए मामले सामने आए और 39 लोगों की मौत हुई. मुंबई में कोरोना के कुल 32 हजार 974 मामले हो गए हैं और 1065 लोगों की मौत हुई है.

मुंबई स्थित सबसे बड़ी झुग्गी बस्ती धारावी (Dharavi) में मंगलवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 38 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही धारावी में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,621 हो गई है. यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र: पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा- संकट के बीच सत्ता परिवर्तन में रुचि नहीं, हम कोरोना वायरस से लड़ रहे हैं. 

बृह्नमुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के अधिकारी ने बताया कि धारावी में कोई नई मौत नहीं हुई है लेकिन अबतक यहां पर COVID-19 से 60 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. धारावी में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है.

महाराष्ट्र में कोरोना का कहर-

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के चलते अब तक 20 पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी दी. अधिकारी ने बताया कि अब तक राज्य में 207 अधिकारियों समेत 1,889 पुलिसकर्मी इस घातक वायरस से संक्रमित हुए हैं. उनमें से ज्यादातर मुंबई और नासिक ग्रामीण से हैं. इनमें से एक अधिकारी सहित 20 पुलिस कर्मियों की कोरोना से मौत हो गई. वहीं 67 अधिकारियों समेत 838 पुलिसकर्मियों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.

एक तरफ कोरोना संक्रमण के मामले लगातार महाराष्ट्र में बढ़ते जा रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी खत्म होता नहीं दिख रहा है. बीजेपी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.

पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता नारायण राणे (Narayan Rane) ने कहा, ''ये सरकार कुछ नहीं कर सकती, लोगों की जान नहीं बचा सकती है. सरकार फेल हो रही है. इस सरकार में कोरोना से सामना करने की क्षमता नहीं है. इसलिए राज्य में राष्ट्रपति शासन लगना चाहिए.''