नयी दिल्ली, 14 अप्रैल मौजूदा एशियाई खेलों की चैंपियन पलक गुलिया ने रियो डि जनेरियो में रविवार को ‘आईएसएसएफ फाइनल ओलंपिक क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप (राइफल और पिस्टल)’ में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर देश के लिए निशानेबाजी में 20वां कोटा हासिल किया।
हरियाणा के झज्जर की 18 वर्षीय निशानेबाज ने हांगझोउ एशियाई खेलों में 10 मीटर एयर पिस्टल में व्यक्तिगत स्वर्ण और टीम रजत जीता था। वह 24-शॉट के फाइनल में धीमी शुरुआत से उबरते हुए लगातार सुधार के साथ ऊपर चढ़ती गयी।
वह 22वें शॉट के बाद 217.6 के स्कोर के साथ कांस्य पदक पक्का कर मुकाबले से बाहर हुई।
इस स्पर्धा में आर्मेनिया की एल्मिरा करापेटियन ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि थाईलैंड की किशोर निशानेबाज कामोनलाक साएंचा ने रजत और दूसरा उपलब्ध कोटा स्थान हासिल किया।
भारत ने अब पिस्टल और राइफल स्पर्धाओं में किसी देश के लिए उपलब्ध अधिकतम 16 पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल कर लिए हैं।
भारत 19 अप्रैल को दोहा में आयोजित होने वाले ‘आईएसएसएफ फाइनल ओलंपिक क्वालीफिकेशन चैंपियनशिप (शॉटगन)’ में पुरुषों और महिलाओं की ट्रैप और स्कीट स्पर्धाओं में पेरिस खेलों के लिए चार और कोटा सुनिश्चित कर सकता है।
पलक और सैन्यम ने शनिवार को 578 के समान स्कोर के साथ क्रमशः छठे और सातवें स्थान पर रहते हुए आठ महिलाओं के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था।
कारपेटियन को छोड़कर फाइनल में पहुंचने वाली सभी निशानेबाजों के पास पेरिस के लिए कोटा हासिल करने का मौका था। कारपेटियन ने पहले ही इसे ओलंपिक कोटा सुनिश्चित कर ली है।
पलन और सैन्यम ने फाइनल में खराब शुरुआत की लेकिन दोनों खेल के आगे बढ़ने के साथ इससे उबरने में सफल रहे।
सैन्यम ने अपना अभियान पांचवें स्थान के साथ खत्म किया।
कारपेटियन ने 240.7 अंक के साथ स्वर्ण जीता जबकि साएंचा 0.2 अंक के मामूली अंतर से पिछड़कर दूसरे स्थान पर रही।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)