चेन्नई, 7 जून : तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) ने शुक्रवार को दावा किया कि लोगों ने नरेन्द्र मोदी को देश में शासन करने के लिए जनादेश नहीं दिया है बल्कि परिस्थितियों के चलते वह ‘‘दूसरों की मेहरबानी’’ के सहारे प्रधानमंत्री बन जाएंगे. द्रमुक ने मोदी के प्रधानमंत्री बनने के लिए तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और जद (यू) समेत राजग सहयोगियों से मिले समर्थन की ओर इशारा किया. द्रमुक के तमिल मुखपत्र ‘मुरासोली’ ने अपने संपादकीय में कहा कि मोदी ने भगवान के नाम पर वोट मांगे और जब उनका अभियान सफल नहीं हुआ तो उन्होंने दावा किया कि ‘‘वह भगवान के अवतार हैं’’ लेकिन अब वे तेदेपा प्रमुख चंद्रबाबू नायडू और जद (यू) प्रमुख नीतीश कुमार के समर्थन के कारण ही प्रधानमंत्री बनेंगे.
संपादकीय में कहा गया है, ‘‘अब बड़े-बड़े दावे करना बंद करो, यह आश्वासन देना बंद करो कि 400 सीट और 370 सीट के साथ आप यह करेंगे, वह करेंगे; भारतीय लोगों की दैनिक जरूरतों को पूरा करें. एक ऐसे भारत का निर्माण करें जो आंसुओं और चिंताओं से मुक्त हो. वही काफी है.’’ इसमें कहा गया है कि लोकसभा चुनाव के दौरान हालांकि मोदी ने कहा था कि उनकी पार्टी अकेले 370 सीट जीतेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और भाजपा को केवल 240 सीट ही मिल सकीं. संपादकीय में कहा गया है, ‘‘हम अपनी आंखों से भाजपा को रसातल में जाते हुए देख रहे हैं.’’ यह भी पढ़ें : कंगना रनौत प्रकरण : किसान संगठनों ने सीआईएसएफ महिला कांस्टेबल के प्रति जताया समर्थन
इसमें कहा गया है कि मोदी ने हालांकि कहा था कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) 400 सीट जीतेगा, लेकिन वह केवल 292 सीट ही जीत सका. इसमें कहा गया है, ‘‘इस तरह की असफलता और हार के लिए अकेले मोदी को ही जिम्मेदारी लेनी चाहिए.’’ संपादकीय में आरोप लगाया गया है कि लोकसभा चुनाव सात चरणों में ‘‘केवल मोदी के लिए’’ कराये गये थे क्योंकि वह सभी राज्यों और निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करना चाहते थे ताकि 400 सीट पर जीत हासिल कर सकें और उसका श्रेय ले सकें.
इसमें कहा गया है कि इसलिए सभी असफलताओं की जिम्मेदारी भी मोदी को ही लेनी चाहिए.