नयी दिल्ली: डिजिटल भुगतान फर्म (Digital Payment Firm) पेटीएम (PayTM) की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) का शेयर (Share) सोमवार को करीब 13 प्रतिशत टूट गया. इसके चलते कंपनी के बाजार पूंजीकरण में 6,429.92 करोड़ रुपये की भारी गिरावट दर्ज की गई. वन97 कम्युनिकेशंस के शेयरों में आई इस बड़ी गिरावट के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक (Paytm Payments Bank) को नए खाते खोलने पर लगाई गई रोक को जिम्मेदार माना जा रहा है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक में ‘सामग्री निगरानी से जुड़ी चिंताओं’ को देखते हुए उसे नए खाते खोलने से रोक दिया है. Sensex Update: शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 444.51 अंक चढ़ा, निफ्टी में 117.10 अंक की बढ़त
इस पाबंदी के परिप्रेक्ष्य में शेयर बाजारों में कंपनी के शेयरों को भारी दबाव का सामना करना पड़ा. बीएसई में कंपनी का शेयर एक समय तो 14.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 662.25 रुपये के भाव पर आ गया था. बाद में स्थिति थोड़ी सुधरने के बावजूद कारोबार के अंत में यह 675.35 रुपये के भाव पर बंद हुआ जो कि 12.84 प्रतिशत की फिसलन को दर्शाता है. बाजार में सूचीबद्ध होने के बाद से यह इसका निम्नतम स्तर है.
वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में भी कंपनी का शेयर 12.21 प्रतिशत टूटकर 680.40 रुपये के स्तर पर आ गया. कंपनी के शेयरों में आई इस तीव्र गिरावट का नतीजा यह हुआ कि बीएसई में इसका बाजार मूल्यांकन 6,429.92 करोड़ रुपये घटकर 43,798.08 करोड़ रुपये रह गया. बीएसई में कंपनी के 7.53 लाख शेयरों का कारोबार हुआ जबकि एनएसई में 1.51 करोड़ शेयरों का लेनदेन हुआ.
मई 2017 में पेटीएम पेमेंट्स बैंक का परिचालन शुरू होने के बाद से उसे तीसरी बार केंद्रीय बैंक से नियामकीय कार्रवाई का सामना करना पड़ा है. उसे नए खाते खोलने से दूसरी बार रोका गया है. रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को बयान में कहा था कि उसने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत अन्य कानूनों के साथ-साथ बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के तहत पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को नए ग्राहकों के बैंक खाते पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने को कहा है.
रिजर्व बैंक ने भुगतान बैंक से अपनी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रणाली की व्यापक समीक्षा करने के लिए एक आईटी ऑडिट कंपनी नियुक्त करने का भी निर्देश दिया. रिजर्व बैंक ने कहा था, ‘‘पेटीएम पेमेंट्स बैंक का नए ग्राहकों के खाते खोलना आईटी लेखा परीक्षकों की रिपोर्ट की समीक्षा के बाद आरबीआई द्वारा दी जाने वाली विशिष्ट अनुमति के अधीन होगा.’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)