उत्तर प्रदेश में लूट के लिए दलों ने परिजनों को क्षेत्र वितरित किए थे: प्रधानमंत्री मोदी
पीएम नरेंद्र मोदी व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Photo Credit : Twitter)

अकबरपुर (कानपुर देहात), 14 फरवरी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को यहां एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए विपक्षी दलों पर निशाना साधा और परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि लूट के उद्देश्य से इन दलों ने अपने परिवार के सदस्यों को क्षेत्र वितरित किए थे. प्रधानमंत्री ने यहां चुनावी रैली को संबोधित करते हुए गोवा चुनाव मैदान में उतरी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) पर हमला बोला और कहा कि टीएमसी गोवा में हिन्दू वोटों को बांटने के लिए चुनाव लड़ रही है. प्रधानमंत्री ने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा,'' पहले की सरकारों ने राज्य के साथ इंसाफ नहीं किया,राज्य को दिन रात लूटा और यहां के लोगों को अपराधियों, दंगाईयों, और माफिया के हवाले कर दिया . इन लोगों ने लूट के लिए परिवार के हर सदस्य को अलग-अलग इलाका बांटा.’’

प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘ इन लोगों का बस चलता तो यह कानपुर और कानपुर की तरह राज्य के अन्य शहरों में एक एक मोहल्ला माफियागंज के नाम से बना देते . हर शहर में क्या माफियागंज मोहल्ला चाहिए ? '' मोदी ने कहा,'' पहले गरीब, मध्यम वर्ग, व्यापारियों के घरों पर अवैध कब्जा हो जाता था मगर योगी की सरकार ने इन भू माफिया पर ऐसी सख्ती दिखाई कि उनकी माफियागिरी आखिरी सांसे गिन रही हैं . अब अगर उन्हें सपा जैसा डाक्टर मिल गया तो फिर से सांसे दौड़ने लगेगी.’’ प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस गोवा में हिन्दू वोटों को बांटने के लिए चुनाव लड़ रही है. यह भी पढ़ें : एमएसएमई मंत्रालय अमेजन के साथ मिलकर उत्पादन बढ़ाने के लिए काम करेगाः राणे

उन्होंने कहा, ' गोवा में चुनाव चल रहा है, मैं सभी मतदाताओं को एक बात बताना चाहता हूं कि मैंने कल गोवा के एक अखबार में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के एक नेता का साक्षात्कार देखा और तृणमूल नेता ने जो कहा उस पर चुनाव आयोग और मतदाताओं को गौर करना चाहिए .’’ प्रधानमंत्री के अनुसार, तृणमूल नेता ने कहा, ‘‘हमने तो इस पार्टी से इसलिए गठबंधन किया है क्योंकि हम गोवा में हिन्दू वोटों को बांटना चाहते हैं.’’ मोदी ने कहा,‘‘ यह हिम्मत.... , क्या यह लोकतंत्र है कि आप खुले आम कहें कि आप हिन्दू वोटों को बांटना चाहते हैं.... , तो आप किसके वोट इकठ्ठा करना चाहते हैं ? यह भेदभाव, क्या यह लोकतंत्र की है ? मैं गोवा के मतदाताओं से कहना चाहता हूं कि यह मौका है इस प्रकार की राजनीति को दफना देने का.''