नयी दिल्ली, सात अक्टूबर संसद की एक समिति ने सरकारी स्वामित्व वाले भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) की सेवा की गुणवत्ता और घटते ग्राहक आधार को लेकर सोमवार को अप्रसन्नता जताई।
सूत्रों ने बताया कि समिति ने कुछ सांसदों द्वारा अपने मोबाइल पर मिलने वाली खराब सेवा का उदाहरण देते हुए नाराजगी जताई।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद संजय जायसवाल की अध्यक्षता वाली प्राक्कलन समिति के समक्ष अधिकारियों ने अगले छह महीनों में बेहतर सेवा का आश्वासन दिया।
सूत्रों के अनुसार, इस कंपनी से जुड़े अधिकारियों का कहना था कि लगभग एक लाख मोबाइल टावरों को 4 जी सेवा से लैस किया जाएगा। फिलहाल 4जी सेवा से लैस बीएसएनएल के टावरों की संख्या 24,000 है।
अधिकारियों का कहना था कि बीएसएनएल ने स्वदेशी तकनीक का सहारा लेकर ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ की अवधारणा पर भरोसा किया है।
समिति से जुड़े एक सांसद ने कहा, ‘‘हमें बताया गया कि परिणाम छह महीने में दिखाई देंगे।’’
दूरसंचार सचिव नीरज मित्तल और भारत संचार निगम लिमिटेड के सीएमडी बैठक में शामिल होने वाले वरिष्ठ अधिकारियों में शामिल थे।
सूत्रों ने बताया कि कुछ सांसदों ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि कैसे एक समय में प्रमुख दूरसंचार कंपनी रही बीएसएनएल की बाजार हिस्सेदारी घटकर मात्र सात प्रतिशत रह गई है, जबकि निजी ऑपरेटर मोबाइल कनेक्शन के लिए लोगों की पसंद बन गए हैं।
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