लखनऊ, 15 मार्च उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने शुक्रवार को कहा कि 17 और 18 फरवरी को प्रदेश भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड परीक्षा का प्रश्नपत्र लीक करने के तीन मुख्य साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस ने पेपर लीक मामले में अब तक कुल 54 लोगों को गिरफ्तार किया है। बड़े पैमाने पर परीक्षा का पेपर लीक होने की रिपोर्ट के बाद राज्य सरकार को परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी।
यहां पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने पत्रकार वार्ता में कहा, " उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) की कई टीम की गहन जांच के बाद यह निष्कर्ष निकला है कि परीक्षा का पेपर इन तीन व्यक्तियों द्वारा लीक किया गया था।"
कुमार ने कहा, "जब परीक्षा का पेपर प्रिंटिंग प्रेस से स्ट्रांग रूम में ले जाया जा रहा था, तभी आरोपियों ने पेपर लीक कर दिया।"
उनके अनुसार गिरफ्तार आरोपियों की पहचान प्रयागराज के मूल निवासी अभिषेक कुमार शुक्ला, मिर्ज़ापुर निवासी शिवम गिरी और भदोही जिले के निवासी रोहित कुमार पांडे के रूप में हुई।
कुमार ने कहा कि तीनों को बृहस्पतिवार को गाजियाबाद में एसटीएफ की एक टीम ने गिरफ्तार किया। आरोपी भर्ती परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लीक करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का हिस्सा हैं।
डीजीपी ने कहा, "आरोपियों ने पहले मुद्रित प्रश्न पत्रों की ढुलाई में शामिल परिवहन कंपनी के साथ काम किया था। आरोपी फरवरी के पहले सप्ताह में अहमदाबाद के एक गोदाम से पेपर लीक करने में कामयाब रहे, जहां प्रश्न पत्र रखे गए थे।"
डीजीपी ने कहा कि पेपर लीक में शामिल कुछ अन्य अभियुक्तों के बारे में जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश पुलिस और एसटीएफ ने विभिन्न जिलों में परीक्षा पेपर लीक के मामले में 12 प्राथमिकियां दर्ज की हैं।
जफर
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