जरुरी जानकारी | जापान, दक्षिण कोरिया, आसियान के साथ एफटीए समीक्षा वार्ता की रफ्तार सुस्त : गोयल

नयी दिल्ली, 30 जुलाई वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि जापान, दक्षिण कोरिया और आसियान के साथ लागू मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) की समीक्षा के लिए बातचीत धीमी गति से आगे बढ़ रही है।

उन्होंने साथ ही जोड़ा कि भारत इस वार्ता को आगे बढ़ा रहा है। इन समझौतों पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल के दौरान हस्ताक्षर किए गए थे और इन्हें लागू किया गया था।

गोयल ने कहा कि ये समझौते घरेलू उद्योग को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लगभग सभी कंपनियों ने कहा है कि ये अनुचित समझौते हैं।

उन्होंने विकसित भारत पर भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम में कहा, ‘‘मैं असहाय हूं, क्योंकि ये समझौते हमारे सत्ता में आने से पहले प्रभावी हुए थे। जबतक हम बातचीत समाप्त नहीं कर लेते, मैं इसे बदलने में असमर्थ हूं।’’

मंत्री ने कहा, ‘‘हम फिर से बातचीत कर रहे हैं लेकिन जाहिर है जब उन्हें (जापान, दक्षिध कोरिया, आसियान) एहसास हुआ कि कांग्रेस का समझौता उनके लिए बेहतर है, तो वे समझौतों को बदलने के बजाय उसे बनाए रखने में खुश हैं... वे बहुत धीमी गति से आगे बढ़ रहे हैं, (लेकिन) हम बातचीत आगे बढ़ा रहे हैं।’’

आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संघ) भारत के प्रमुख व्यापार भागीदारों में से एक है, जिसकी देश के वैश्विक व्यापार में 11 प्रतिशत हिस्सेदारी है। इसके साथ द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में 122.67 अरब अमेरिकी डॉलर था।

भारत-कोरिया समझौता, जिसे व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौता (सीईपीए) कहा जाता है, जनवरी, 2010 में लागू हुआ था। भारत ने दक्षिण कोरिया से इस्पात, चावल और झींगा जैसे कुछ उत्पादों के लिए अधिक बाजार पहुंच की मांग की है।

भारत और जापान ने अगस्त, 2011 में सीईपीए को लागू किया था।

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