ठाणे, 4 जुलाई : महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे जिले में बिजली बिल का भुगतान न करने वालों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के दौरान एक निजी बिजली कंपनी के सुरक्षा गार्ड की कथित तौर पर ग्रामीणों के समूह ने पीट-पीटकर हत्या कर दी जबकि एक दूसरी घटना में भीड़ के हमले में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी.ये दोनों घटनाएं बिजली चालित करघों के लिए मशहूर नगर भिवंडी में पिछले दो दिनों में हुई हैं. निजामपुरा पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि शनिवार को, बिजली कंपनी के सुरक्षा गार्ड तुकाराम पवार समेत कंपनी के अन्य कर्मी भिवंडी में कानेरी गांव के कताई इलाके में उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंचे थे जिन्होंने अपने बिजली बिल का भुगतान नहीं किया था. उन्होंने बताया कि 10-15 ग्रामीणों के समूह ने बिजली कंपनी के कर्मचारियों को कथित तौर पर बुरी तरह से पीटा और उन्हें बिजली आपूर्ति काटने से रोका.
अधिकारी ने बताया कि हमले में पवार को गंभीर चोटें आईं. उसे भिवंडी के आईजीएम अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. निजामपुरा पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और इस संबंध में फिलहाल अचानक हुई मौत का मामला दर्ज किया है. पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे मामले में आगे की कार्रवाई करने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं. मृतक के बेटे ने आरोप लगाया है कि बिजली कंपनी की चूक के कारण उसके पिता की मौत हुई. हालांकि, बिजली कंपनी के जनसंपर्क अधिकारी चेतन बिजलानी ने कहा कि यह बिजली बिल न भरने वालों के खिलाफ सामान्य तौर पर चलाया जाने वाला अभियान था इसलिए इसके लिए पुलिस सुरक्षा की मांग नहीं की गई थी. यह भी पढ़ें : Maharashtra: बीजेपी नेता आशीष शेलार से मुलाकात पर खुलकर बोले संजय राउत कहा- महाराष्ट्र की राजनीति इंडिया-पाकिस्तान जैसी नहीं
उन्होंने कहा, “विशेष अभियानों के मामले में, हम पुलिस सुरक्षा मांगते हैं.” एक अन्य घटना में भिवंडी के कसाई वाड़ा में एक अपराधी को पकड़ने गई पुलिस की टीम पर शुक्रवार को भीड़ ने हमला कर दिया था जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. गुजरात पुलिस और भिवंडी अपराध शाखा की संयुक्त टीम सादी वर्दी में जमील कुरैशी (38) की तलाश में पहुंची थी. कुरैशी के खिलाफ पड़ोस के राज्य में वलसाड पुलिस ने कई अपराधिक मामले दर्ज किए थे. भिवंडी क्षेत्र के उपायुक्त योगेश चव्हाण ने बताया कि गिरफ्तारी से बचने के लिए, कुरैशी चौथे तल पर बने अपने मकान की खिड़की से कूद गया और उसकी मौत हो गई. मृतक के परिवार के सदस्य और स्थानीय लोग बाहर आ गए और आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने उसकी जान ली. अधिकारी ने बताया कि गुस्साई भीड़ ने कुछ पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की. कुछ वीडियो में कई पुरुष और महिलाएं पुलिसकर्मियों को पीटते हुए और उनपर पथराव करते हुए दिख रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है.
चव्हाण ने बताया कि भिवंडी पुलिस टीम के एक उपनिरीक्षक और दो कॉन्स्टेबल इस घटना में घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया. निजामपुरा पुलिस ने दोषियों की पहचान कर ली है और लोक सेवक को अपनी ड्यूटी करने से रोकने के लिए दंगे, हमले या आपराधिक बल का प्रयोग करने और गलत तरीके से रोकने समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत एक मामला दर्ज किया गया है. अधिकारी ने बताया, “यह संवेदनशील इलाका है, इसलिए पुलिस कानून-व्यवस्था को बरकरार रखते हुए उचित कार्रवाई करेगी. इलाके में स्थिति नियंत्रण में है.”