नयी दिल्ली, पांच मई भारत ऑस्ट्रेलिया के साथ प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के तहत 29.8 प्रतिशत उत्पाद श्रेणियों पर कोई आयात शुल्क रियायत नहीं देगा।
इन उत्पाद श्रेणियों में डेयरी उत्पाद, खाद्यान्न, कीमती धातुएं, आभूषण और अधिकतर चिकित्सा उपकरण शामिल हैं।
भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग एवं व्यापार समझौते पर वाणिज्य मंत्रालय द्वारा तैयार किए गए एफएक्यू (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल) के अनुसार घरेलू उद्योग के लिए इन उत्पादों की संवेदनशीलता को देखते हुए यह निर्णय किया है।
दोनों देशों ने दो अप्रैल को समझौते पर हस्ताक्षर किये। यह अभी तक लागू नहीं हुआ है।
एफएक्यू के अनुसार, ‘‘भारत ने अपनी 29.8 प्रतिशत टैरिफ लाइनों को बहिष्करण सूची के तहत रखा है।’’
इसमें कहा गया कि भारत ने कई संवेदनशील उत्पादों को सूची से बाहर रखा है, जिन पर कोई रियायत नहीं दी जाएगी।
इनमें दूध और अन्य डेयरी उत्पाद, छोले, अखरोट, पिस्ता, गेहूं, चावल, बाजरा, सेब, सूरजमुखी का तेल, चीनी, ऑयल केक, सोना, चांदी, प्लेटिनम, आभूषण, लौह अयस्क और अधिकांश चिकित्सा उपकरण आदि शामिल हैं।
एफएक्यू के अनुसार व्यापार समझौता लागू होने से दोनों देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का व्यापार मौजूदा 27.5 अरब अमेरिकी डॉलर से बढ़कर 45-50 अरब अमेरिकी डॉलर होने की उम्मीद है।
इस समझौते से अगले पांच से सात वर्षों में लगभग 10 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है।
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