विशाखापत्तनम, 24 नवंबर चयनकार्ताओं के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एमएसके प्रसाद का मानना है कि नीतीश कुमार रेड्डी के शानदार टी20 प्रदर्शन के आधार पर भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने को लेकर आशंकायें थी लेकिन पर्थ में उनकी निर्भिक बल्लेबाजी ने सभी आलोचकों को चुप करा दिया है।
प्रसाद ने इस ऑलराउंडर को 12 साल की उम्र से खेलते हुए देखा है। उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘हम शुरू में टेस्ट क्रिकेट में उनके जल्दी शामिल होने को लेकर आशंकित थे लेकिन नीतीश ने ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में शानदार शुरुआत करके सभी तरह का संदेह खत्म कर दिया। ’’
रेड्डी ने भारत की पहली पारी में 41 रन और दूसरी पारी में 37 रन की तेज पारी खेली।
प्रसाद ने तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद कहा, ‘‘नीतीश कुमार रेड्डी के शानदार पदार्पण को देखकर खुशी हो रही है जो आंध्र क्रिकेट संघ की अकादमियों के माध्यम से व्यवस्थित तैयारी प्रक्रिया के बाद आये हैं। हमने नीतीश को 12 साल की उम्र में पहचाना जब उसके पिता उसे हमारे पास लाए। पहले दिन से ही वह प्रतिभावान खिलाड़ी लगा। ’’
उन्होंने बताया कि रेड्डी को किस तरह आंध्र क्रिकेट संघ के प्रतिभा खोज कार्यक्रम से पहचाना गया था।
प्रसाद ने कहा, ‘‘शुरू में वह अंडर-14 अकादमी में था जो उसके गृहनगर से बहुत दूर थी। लेकिन उसके माता-पिता ने उसे सपनों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित किया और वह हमारी अकादमियों के जरिये लगातार आगे बढ़ता गया। उसने अपने कौशल के दम पर भारत की अंडर-19 टीम में जगह बनाई। ’’
उनका मानना है कि सनराइजर्स हैदराबाद ने भी उसे तेजी से आगे बढ़ाया। उन्होंने कहा, ‘‘सनराइजर्स हैदराबाद के साथ मिले मौके ने उसकी प्रतिभा को निखारा जिससे सभी प्रारूपों में भारतीय टीम में उसके चयन का रास्ता बना। ’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)