गुवाहाटी, 22 सितंबर केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) नौकरियां और उद्यमी पैदा करने में मदद करेगी तथा वैश्विक मानकों को प्राप्त करने में देश की शिक्षा प्रणाली की सहायक बनेगी।
वह वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) गुवाहाटी के 22वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एनईपी-2020 छात्रों की सहायता करेगी।
मंत्री ने कहा, ‘‘पिछले लगभग तीन दशक से शिक्षा नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ था। हर किसी ने इसका (नयी शिक्षा नीति) स्वागत किया है और इसे समाज के सभी तबकों से शानदार सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है। अंतिम रूप देने से पहले, हमने शिक्षकों, अभिभावकों तथा अन्य तबकों से विचार-विमर्श किया।’’
उन्होंने कहा कि एनईपी आगामी वर्षों में वैश्विक मानक प्राप्त करने में भारतीय शिक्षा नीति की मदद करेगी।
पोखरियाल ने कहा, ‘‘जैसा कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने आईआईटी गुवाहाटी के एक दीक्षांत समारोह में कहा था कि शिक्षा को नौकरियां और उद्यमी पैदा करने चाहिए, एनईपी यही चीज करने पर केंद्रित है। यह हमारे समाज में नौकरियां और उद्यमी पैदा करने में मदद करेगी।’’
दीक्षांत समारोह में आईआईटी गुवाहाटी के 1,803 पीएचडी, स्नातकोत्तर और स्नातक छात्रों को डिग्री प्रदान की गई।
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने इस अवसर पर कोविड-19 महामारी से लड़ने में राज्य सरकार के सहयोग के लिए संस्थान की सराहना की।
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