नयी दिल्ली, 14 जनवरी (पीटीआई फैक्ट चेक): सोशल मीडिया पर एक न्यूज रिपोर्ट का कथित स्क्रीनशॉट काफी वायरल है, जिसमें दावा किया गया है कि इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति ने लड़के-लड़कियों के बीच सीमित बातचीत की वकालत की है।
चूंकि, यह रिपोर्ट अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट 'हिंदुस्तान टाइम्स' के नाम से शेयर की जा रही है, इसलिए यूजर्स, वायरल स्क्रीनशॉट को सच मानकर इसे खूब शेयर कर रहे हैं।
पीटीआई फैक्ट चेक की जांच में वायरल स्क्रीनशॉट फर्जी और संपादित किया हुआ पाया गया। जांच में पता चला कि ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर प्रकाशित नहीं की गई थी और न ही नारायण मूर्ति ने ऐसी कोई टिप्पणी की है। ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने भी वायरल स्क्रीनशॉट को ‘एडिटेड’ (सम्पादित) बताया है।
सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक यूजर ने सात जनवरी को कथित न्यूज रिपोर्ट का एक स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए लिखा, "श्री मूर्ति का एक और बयान। क्या नारायण मूर्ति ठीक हैं?’’ इस पोस्ट को अब तक तीन हजार से ज्यादा लोगों ने देखा है और यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
दावे की सच्चाई जानने के लिए डेस्क ने सबसे पहले संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल सर्च किया। हमें वायरल दावे से जुड़ी ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली।
जांच को आगे बढ़ाते हुए डेस्क ने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की वेबसाइट पर ‘Narayana Murthy’ कीवर्ड सर्च किया। ऐसा करने पर डेस्क को वायरल स्क्रीनशॉट में इस्तेमाल की गई फीचर इमेज से मिलती-जुलती कई पुरानी खबरें मिलीं। ऐसी ही एक खबर 16 दिसंबर 2024 को समान फीचर इमेज के साथ प्रकाशित हुई थी, जिसमें नारायण मूर्ति ने देश की स्थिति सुधारने के लिए युवाओं को सप्ताह में 70 घंटे काम करने की बात कही है।
वायरल स्क्रीनशॉट और वेबसाइट पर प्रकाशित इस रिपोर्ट की तुलना करने पर डेस्क ने नोटिस किया कि मूल खबर में रिपोर्ट के प्रकाशन का समय और तारीख का उल्लेख है, जबकि वायरल स्क्रीनशॉट में ऐसा कुछ नहीं है।
जांच के दौरान डेस्क को 'हिंदुस्तान टाइम्स' के आधिकारिक 'एक्स' अकाउंट पर वायरल स्क्रीनशॉट से संबंधित स्पष्टीकरण भी मिला, जिसमें इसे ‘फोटोशॉप्ड’ और फर्जी बताया गया है।
‘हिंदुस्तान टाइम्स’ ने सात जनवरी को ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘एचटी की कथित स्टोरी का एक स्क्रीनशॉट ऑनलाइन वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि ‘‘नारायण मूर्ति ने युवा लड़कियों और लड़कों के बीच सीमित बातचीत की वकालत की है’’। हम पुष्टि करते हैं कि स्क्रीनशॉट को फोटोशॉप किया गया है और यह रिपोर्ट फर्जी है।’’
इसी पोस्ट में 'हिंदुस्तान टाइम्स' ने आगे लिखा है, “हमारी लीगल टीम इस मामले पर सक्रियता से काम कर रही है तथा गलत सूचना तैयार करने वाले और इसे फैलाने वाले लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”
पूरी फैक्ट चेक रिपोर्ट यहां पढ़ें: https:horturl.at/QuHJE
हमारी अब-तक की जांच से यह साफ है कि वायरल दावा फर्जी है। ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ की वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर प्रकाशित नहीं की गई थी और न ही नारायण मूर्ति ने ऐसी कोई टिप्पणी की है।
सोशल मीडिया पर वायरल किसी भी दावे की सच्चाई या सत्यापन के लिए पीटीआई फैक्ट चेक डेस्क के व्हाट्सऐप नंबर +91-8130503759 से संपर्क करें।
(पीटीआई फैक्ट चेक)
आशिषा पवनेश सुरेश
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