हैदराबाद (तेलंगाना), 14 जून: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सोमवार को दावा किया कि देश में कोविड-19 महामारी के चलते हुई मौतों की संख्या राजग सरकार द्वारा घोषित आंकड़ों से कहीं अधिक हैं. उन्होंने दावा किया कि सरकार सच्चाई छिपा रही है. उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मोदी सरकार कहती है कि कोविड के चलते काफी संख्या में मौतें नहीं हुई...उसका देश के आम आदमी की दशा और मौतों से संपर्क टूट गया है. वे इससे कोसों दूर हो गये हैं. ’’
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख ने मीडिया में आई उन खबरों का हवाला दिया, जिनमें दावा किया गया है कि देश में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान अत्यधिक संख्या में लोगों की मौतें हुई. उन्होंने इन दावों का भी जिक्र किया, जिनमें कहा गया था कि महामारी की पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर के दौरान कहीं अधिक संख्या में मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किये जा रहे हैं.
एआईएमआईएम प्रमुख ने आरोप लगाया कि सरकार ने दूसरी लहर के लिए पर्याप्त तैयारी नहीं की थी और उसने टीकाकरण का आदेश जारी करने में देर की. उन्होंने दावा किया कि इन नाकामियों के चलते काफी संख्या में लोगों की मौतें हुईं. उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी नाकामियों को छिपाना चाहती है और इसलिए वह सच्चाई को स्वीकार नहीं कर रही है.
इससे अलग, मुस्लिम समुदाय के लोगों पर हो रहे कथित हमलों के बारे में मीडिया में आई खबरों का जिक्र करते हुए उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हिंदुत्व की विचारधारा में बहादुरी हमेशा ही कमजोर वृद्ध व्यक्तियों या किशोरों पर हमले करने में रही है. और हमेशा ही यह भीड़ के रूप में रही है(अकेले में ऐसा करने की नहीं रही है).’’
ओवैसी ने कहा, ‘‘एनएचआरसी (राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग) क्या आप कार्रवाई करेंगे? ये लोग उसी विचारधारा से हैं. मुस्लिमों के गरिमा के अधिकार को हिंदुत्ववादी गुंडों द्वारा छीना जा रहा है.’’
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)













QuickLY