रियो डी जेनेरियो, 19 नवंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यहां ब्राजील, चिली और अर्जेंटीना के राष्ट्रपति से भेंट की तथा रक्षा, ऊर्जा, जैव ईंधन एवं कृषि जैसे विविध क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के तौर-तरीकों पर चर्चा की।
नाइजीरिया की दो दिवसीय यात्रा के बाद, रविवार को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो शहर पहुंचे मोदी ने यहां जी20 शिखर सम्मेलन से इतर राष्ट्रपति लुइज इनासियो लुला डा सिल्वा से मुलाकात की और जी20 की अध्यक्षता के दौरान ब्राजील द्वारा किये गए विभिन्न प्रयासों के लिए उनकी सराहना की।
लुला के साथ वार्ता के बाद ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में मोदी ने कहा, ‘‘हमने दोनों देशों के बीच समग्र द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की तथा ऊर्जा, जैव ईंधन, रक्षा, कृषि आदि क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।’’
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच “सार्थक बैठक” हुई, जिस दौरान उन्होंने समग्र द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की तथा रक्षा, कृषि, जैव ईंधन, डिजिटल प्रौद्योगिकी आदि क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई।
सूत्रों ने बताया कि द्विपक्षीय बैठक की शुरुआत करते हुए राष्ट्रपति लुला ने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि उन्होंने यहां जी-20 की मेजबानी के दौरान कई चीज़ों को करने का प्रयास किया है, जो भारत में आयोजित जी-20 से प्रेरित है।
उन्होंने कहा कि ब्राजील शिखर सम्मेलन के आयोजन में उस दक्षता के स्तर तक पहुंचना चाहता है जो भारत ने पिछले वर्ष प्रदर्शित किया था।
ब्राजील 19वें जी20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका के साथ ‘जी20 ट्रोइका’ का हिस्सा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने जी20 शिखर सम्मेलन की सफलतापूर्वक मेजबानी के लिए राष्ट्रपति लुला को धन्यवाद दिया।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने ‘भूख और गरीबी के खिलाफ वैश्विक गठबंधन’ संबंधी ब्राजील की पहल को भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया। चर्चा अक्षय ऊर्जा, जैव ईंधन, रक्षा, कृषि, स्वास्थ्य सेवा और डिजिटल प्रौद्योगिकी में अधिक सहयोग के अवसर तलाशने पर केंद्रित रही।’’
सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी का जी20 शिखर सम्मेलन स्थल पर राष्ट्रपति लुला ने गर्मजोशी से स्वागत किया था।
मोदी के साथ-साथ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन 18-19 नवंबर को रियो डी जेनेरियो शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में शामिल हैं।
मोदी ने मंगलवार को जी-20 शिखर सम्मेलन के इतर चिली के राष्ट्रपति गैब्रियल बोरिक फॉन्ट से भी मुलाकात की।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा, “भारत और चिली के बीच विभिन्न क्षेत्रों में संबंध मजबूत हो रहे हैं। फार्मास्यूटिकल्स, प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष और अन्य क्षेत्रों में संबंधों को कैसे गहरा किया जाए, हमारी बातचीत इस पर केंद्रित थी। चिली में आयुर्वेद की लोकप्रियता को देखकर खुशी हो रही है। यह भी एक ऐसा क्षेत्र है जहां संबंधों को गति मिल सकती है।”
राष्ट्रपति बोरिक ने कहा कि उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते (सीईपीए) की वार्ता और सार्वजनिक-निजी निवेश एवं व्यापार संवर्धन के नए अवसरों पर चर्चा की।
उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “हमने इस बात पर भी चर्चा की कि शैक्षणिक आदान-प्रदान कैसे बढ़ाया जाए, साथ ही सांस्कृतिक मामलों पर सहयोग कैसे बढ़ाया जाए। भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है, जिसकी बड़ी आबादी है। इसके साथ हम संबंधों को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं, जिसे हम अगले साल अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान और प्रगाढ़ करेंगे।”
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों पक्षों ने भारत-चिली संबंधों की समीक्षा की तथा फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य सेवा, प्रौद्योगिकी, आईटी, रेलवे, खनन, अंतरिक्ष, नवीकरणीय ऊर्जा और रक्षा के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रियो डी जेनेरियो में जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान चिली के राष्ट्रपति गेब्रियल बोरिक के साथ बातचीत की। नेताओं ने फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य सेवा, रक्षा, प्रौद्योगिकी, नवीकरणीय ऊर्जा और अन्य सहित कई क्षेत्रों में संबंधों को और मजबूत करने पर विचार-विमर्श किया।’’
मोदी ने अलग से अर्जेटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिली से भेंट की तथा द्विपक्षीय रणनीतिक संबंधों की समीक्षा की। यह दोनों नेताओं की पहली मुलाकात थी।
मोदी ने कहा कि उनकी जेवियर के साथ ‘शानदार’ भेंट रही।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत-अर्जेंटीना रणनीतिक साझेदारी की समीक्षा की तथा विशेष रूप से डिजिटल प्रौद्योगिकी, फार्मास्यूटिकल्स, रक्षा, अंतरिक्ष, ऊर्जा, खनिज संसाधन और रेलवे के क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक गहरा और विविधतापूर्ण बनाने पर सहमति व्यक्त की।
जायसवाल ने ‘एक्स’ पर किये पोस्ट में कहा, “भारत एक स्थायी भविष्य को बढ़ावा देने के वास्ते प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के लिए विश्व नेताओं को एक साथ लाता है।”
उन्होंने एक तस्वीर भी साझा की जिसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी, नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर, पुर्तगाल के लुइस मोंटेनेग्रो, सिंगापुर के लॉरेंस वोंग, स्पेन के राष्ट्रपति पेड्रो सांचेज़, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस और मैक्सिको, विश्व बैंक, आईएमएफ (विश्व मुद्रा कोष), डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) और डब्ल्यूटीओ(विश्व व्यापार संगठन) के प्रमुख मौजूद हैं।
प्रवक्ता ने कहा, “नेताओं ने सतत विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने और वैश्विक स्तर पर लोगों के जीवन को बदलने में डीपीआई (डॉट्स पर इंच), एआई (कृत्रिम मेधा) और डेटा-संचालित शासन की शक्ति पर जोर दिया।”
ब्राजील से मोदी राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर गुयाना जाएंगे। यह 50 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की गुयाना की पहली यात्रा होगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)