बेंगलुरु, 31 मई: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने बुधवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से राज्य में पेयजल की जरूरतों के लिए वारना/कोयना जलाशय से कृष्णा नदी और उज्जनी जलाशय से भीमा नदी में पानी छोड़ने का अनुरोध किया. सिद्धरमैया ने शिंदे को लिखे पत्र में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को भी चिह्नित किया है. पत्र में सिद्धरमैया ने कर्नाटक के उत्तरी जिलों में पड़ रही भीषण गर्मी का जिक्र किया.
मुख्यमंत्री ने लिखा, “बेलगावी, विजयपुरा, बागलकोट, कलबुर्गी, याडगिरि और रायचूर जैसे उत्तरी कर्नाटक के जिले मार्च, 2023 से भीषण गर्मी के कारण पेयजल की भारी कमी का सामना कर रहे हैं.”
सिद्धरमैया के अनुसार, कर्नाटक सरकार ने पहले लोगों और पशुओं की पेयजल जरूरतों को पूरा करने के लिए वारना/कोयना जलाशय से कृष्णा नदी के लिए तीन टीएमसी और उज्जनी जलाशय से भीमा नदी में तीन टीएमसी जल छोड़ने का अनुरोध किया था. एक थाउजैंड मिलियन क्यूबिक फुट (टीएमसी) का आशय एक अरब घन फुट पानी से है.
सिद्धरमैया ने कहा कि इस अनुरोध पर मई के पहले पखवाड़े में, महाराष्ट्र सरकार ने कृष्णा नदी में एक टीएमसी पानी छोड़ा था. सिद्धरमैया ने इस संबंध में महाराष्ट्र सरकार को धन्यवाद दिया. कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसून अभी शुरू नहीं हुआ है, जबकि उत्तरी जिलों में भीषण गर्मी पड़ रही है और लोगों को घरेलू उपयोग तथा पशुओं के लिए पानी की जरूरत है.
सिद्धरमैया ने पत्र में कहा, “मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि पेयजल की जरूरतों को पूरा करने के लिए वारना/कोयना जलाशय से कृष्णा नदी में दो टीएमसी और उज्जनी जलाशय से भीमा जलाशय में तीन टीएमसी पानी तुरंत छोड़ने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दें.”
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