मुंबई, 14 फरवरी: महाराष्ट्र (Maharashtra Government) सरकार ने सोमवार को कहा कि राज्य में 19 फरवरी को ‘शिव जयंती’ (Shivaji Jayanti) समारोह में 500 लोग शामिल हो सकते हैं और इस अवसर पर झांकी निकालने की अनुमति नहीं होगी. जानें कैसे संघर्षों, विपत्तियों एवं त्रासदियों से जूझते हुए जीजामाता ने शिवाजी को छत्रपति बनाया?
छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) की जयंती के अवसर पर यह समारोह मनाया जा रहा है. राज्य के गृह विभाग ने अपने दिशानिर्देशों में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति के मद्देनजर लोगों को मोटरसाइकिल रैली या झांकी नहीं निकालने को कहा है. साथ ही, बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन नहीं करने को कहा है.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इस सिलसिले में राज्य के गृह विभाग के एक प्रस्ताव को मंजूरी दी है. बयान के अनुसार, ठाकरे ने लोगों से 17वीं सदी के मराठा शासक की जयंती जन-स्वास्थ्य से जुड़े नियमों का पालन करते हुए मनाने का अनुरोध किया.
बयान के अनुसार शिव ज्योति दौड़ में 200 लोग हिस्सा ले सकते हैं. सरकार ने कहा कि सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करते हुए शिवाजी की प्रतिमा को माल्यार्पण करने जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जा सकते हैं. विभाग ने कहा, ‘‘इस साल सांस्कृतिक कार्यक्रम बड़े पैमाने पर नहीं मनाये जाएंगे.’’
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