मुंबई, 15 जुलाई : महाराष्ट्र (Maharashtra) कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने बृहस्पतिवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात कर उन्हें एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें केंद्र सरकार की “जन विरोधी” और “किसान विरोधी” नीतियों के कारण आम आदमी को हो रही समस्याओं का उल्लेख किया गया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने ईंधन की कीमतों में वृद्धि का विरोध करने के लिए साइकिल से मालाबार हिल्स स्थित हैंगिंग गार्डन्स से राज भवन तक की यात्रा की.
ज्ञापन में कांग्रेस ने कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान कम से कम 98,000 लोगों की नौकरी चली गई तथा 97 प्रतिशत परिवारों की आय घट गई. ज्ञापन में कहा गया, “जब लोग जीवित रहने के लिए संघर्ष कर रहे थे तब केंद्र सरकार ने ईंधन, रसोई गैस सिलेंडर, खाद्य तेल और अनाज के दाम बढ़ा दिए.” यह भी पढ़ें : Mumbai Local Train: मुंबईकरों की ‘लाइफलाइन’ लोकल ट्रेन जल्द हो सकती है शुरू? जानें लेटेस्ट अपडेट
पार्टी ने कहा कि कोविड-19 संकट के बावजूद टीकाकरण नीति असफल रही है और महाराष्ट्र में टीके की कमी के कारण कई केंद्रों को बंद करना पड़ा है. ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि किसान केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं और सरकार उन्हें नजरअंदाज कर रही है.