लंदन, 26 नवंबर खराब वायु गुणवत्ता से जूझ रही नयी दिल्ली का हाल में दौरा करने वाली ब्रिटेन की हिंद-प्रशांत मामलों की मंत्री कैथरीन वेस्ट ने स्वच्छ जलवायु की ओर बढ़ने में दोनों देशों के बीच सर्वोत्तम उपायों को साझा किये जाने पर जोर दिया है।
वह जलवायु, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, शिक्षा और विकास जैसे पहलुओं पर चर्चा के लिए पिछले सप्ताह भारत की यात्रा पर थीं।
उन्होंने (ब्रिटेन के) प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर और नरेन्द्र मोदी द्वारा नये वर्ष में मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) वार्ता फिर से शुरू करने की घोषणा का स्वागत किया।
वेस्ट ने सोमवार को लंदन में दूसरे वार्षिक हिंद-प्रशांत सम्मेलन में अपने मुख्य संबोधन में कहा कि दुनिया की सर्वाधिक आबादी वाले देश के रूप में, भारत के पास जलवायु और सतत विकास पर प्रगति को आगे बढ़ाने का एक ‘‘अद्वितीय अवसर’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैं पिछले सप्ताह भारत गई थी, तो सभी ने आपसी सहयोग और वैश्विक समस्याओं से मिलकर निपटने के प्रति उत्साह दिखाया था। उच्चतर शिक्षा के अवसरों से लेकर स्वच्छ ऊर्जा और जलवायु परिवर्तन पर सहयोग तक।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जैसा कि लोगों ने अखबारों में पढ़ा होगा, मेरी यात्रा ऐसे समय हुई, जब दिल्ली की वायु गुणवत्ता इतनी खराब थी कि अपने-सामने की चीजों को देख पाना भी मुश्किल हो गया था। लेकिन लंदन निवासी रहने के कारण, जहां हमें भी ऐसी ही समस्याओं का सामना करना पड़ा है, हम मिलकर कई काम कर सकते हैं, ताकि सर्वोत्तम उपाय को साझा किया जा सके और स्वच्छ जलवायु की ओर बढ़ा जा सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ब्रिटेन को भारत की हिंद-प्रशांत महासागर पहल के समुद्री सुरक्षा स्तंभ का सह-नेतृत्व करने का अवसर मिला। रॉयल नेवी के जहाजों और आईएनएस तबर की यात्राओं के बाद हमारी नौसैन्य बातचीत ने इस क्षेत्र में संयुक्त रूप से काम करने के लिए एक मजबूत आधार स्थापित किया है। आने वाले वर्षों में रक्षा सहयोग के और भी प्रगाढ़ होने की संभावना है।’’
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