नयी दिल्ली, 25 मई : लोकसभा चुनाव के छठे चरण में दिल्ली की सात संसदीय सीट पर शनिवार को सुबह नौ बजे तक 8.94 प्रतिशत मतदान हुआ. दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सुबह नौ बजे तक सबसे अधिक 10.15 प्रतिशत मतदान उत्तर पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में हुआ, जबकि नयी दिल्ली में सबसे कम 7.04 प्रतिशत मतदान हुआ. निर्वाचन अधिकारियों ने कहा कि किसी भी मतदान केंद्र पर तकनीकी खराबी या मतदान शुरू होने में देरी की कोई जानकारी नहीं मिली है, लेकिन नयी दिल्ली के सेंट थॉमस स्कूल में वोट डालने गईं मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नेता वृंदा करात ने कहा कि वह किसी गड़बड़ी के कारण वोट नहीं डाल सकीं. उन्होंने कहा, ‘‘इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की बैटरी में गड़बड़ हो गई थी, इसलिए मैं वोट नहीं दे सकी लेकिन मैं दोबारा आऊंगी.’’
उन्होंने निर्वाचन आयोग की व्यवस्था पर भी सवाल उठाए. करात ने कहा, ‘‘अभी सुबह के सवा नौ बजे हैं लेकिन मुझे बताया जा रहा है कि मशीन (ईवीएम) की बैटरी में गड़बड़ हो गई है.’’ सुबह-सुबह मतदान करने वालों में केंद्रीय मंत्री एस जयशंकर और हरदीप सिंह पुरी, दिल्ली की मंत्री आतिशी, पूर्वी दिल्ली के निवर्तमान सांसद गौतम गंभीर और विभिन्न दलों के उम्मीदवार शामिल रहे. अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में अपना वोट डाला. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी मतदान किया और लोगों से मतदान करने की अपील की. केजरीवाल ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘मैं सभी मतदाता भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि वोट जरूर डालकर आएं. अपने परिवार, सगे-सम्बंधियों और मित्रों से भी वोट करने के लिए कहें.’’ यह भी पढ़ें : \ डोंबिवली कारखाना विस्फोट:कर्मचारी ने आपबीती सुनाते हुए कहा, पांच सेकंड में सब कुछ खत्म हो गया
उन्होंने कहा, ‘‘लोकतंत्र के इस महापर्व में आपका एक-एक वोट तानाशाही सोच के खिलाफ भारत के लोकतंत्र और संविधान को मजबूत करने के लिए होगा. मतदान केंद्र पर जाइए और अपने वोट से बता दीजिए कि भारत में जनतंत्र है और जनतंत्र ही रहेगा.’’ मौसम विभाग ने दिन के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है और अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान जताया है. दिल्ली चुनाव निकाय ने कहा है कि उसने भीषण गर्मी को देखते हुए मतदाताओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था की है. लोगों को सुबह सात बजे मतदान शुरू होने से पहले ही सात निर्वाचन क्षेत्रों में 13,000 से अधिक मतदान केंद्रों के बाहर कतारों में खड़े देखा गया. जयशंकर ने नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र में एपीजे अब्दुल कलाम लेन पर अटल आदर्श विद्यालय में सबसे पहले मतदान किया. उन्होंने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि लोग बड़ी संख्या में मतदान करने के लिए आएं क्योंकि यह देश के लिए एक बड़ा निर्णय लेने का समय है.’’
पुरी ने नयी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के आनंद निकेतन स्थित माउंट कार्मेल स्कूल में अपना वोट डाला. उन्होंने कहा कि द्वार खुलने से आधे घंटे पहले मतदान केंद्र पर पहुंचकर लोकतंत्र के उत्सव में भाग लेना बहुत अच्छा एहसास है. आतिशी ने दक्षिणी दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र के कालकाजी बी ब्लॉक स्थित निगम प्रतिभा विद्यालय में वोट डाला. गंभीर ने सरकारी सर्वोदय कन्या विद्यालय में वोट डालने के बाद लोगों से अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने की अपील की. दक्षिणी दिल्ली से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार सही राम पहलवान, चांदनी चौक से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार प्रवीण खंडेलवाल और नयी दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार बांसुरी स्वराज भी मतदान की शुरुआत में ही वोट डालने वाले मतदाताओं में शामिल रहे. पहलवान ने कहा, ‘‘मैं दिल्लीवासियों से अपील करता हूं कि वे वोट डालें क्योंकि यह देश का एक बड़ा त्योहार है.’’ कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को लोकसभा चुनाव के छठे चरण में नयी दिल्ली संसदीय क्षेत्र में अपना वोट डाला.
वे सुबह करीब साढ़े नौ बजे निर्माण भवन के मतदान केंद्र पर पहुंचे और अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, उनके पुत्र रेहान राजीव वाद्रा और पुत्री मिराया वाद्रा ने भी मतदान किया. पहली बार मतदान करने वाली मिराया ने कहा, ‘‘मैं वोट देने के लिए कॉलेज से आई हूं. सभी को बाहर आना चाहिए और मतदान करना चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘युवाओं के लिए मेरा एकमात्र संदेश है कि बाहर आएं और मतदान करें. बदलाव लाना हमारा काम है, इसलिए हमें बाहर आकर मतदान करने की जरूरत है.’’ रेहान ने कहा, ‘‘गर्मी है लेकिन हमें सीधे बदलाव लाने और लोकतंत्र में भाग लेने का मौका हर पांच साल में मिलता है, इसलिए सभी को बाहर आना चाहिए और मतदान करना चाहिए.’’
मतदान शांतिपूर्ण ढंग से जारी है और किसी अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं मिली है.
पुलिस उपायुक्त (मध्य) एम हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना हमारे लिए एक महत्वपूर्ण कार्य है. इस प्रक्रिया में शामिल सभी लोगों के लिए यह बहुत गर्व की बात है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने अच्छी व्यवस्था की है. हम अधिकारियों और मतदाताओं के बीच काफी उत्साह देख रहे हैं. हम बड़ी संख्या में मतदान होने की आशा करते हैं और सभी को मतदान करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं.’’ अधिकारियों ने बताया कि 82 लाख पुरुषों, 69 लाख महिलाओं और 1,228 ट्रांसजेंडर समेत कुल 1.52 करोड़ मतदाता सात निर्वाचन क्षेत्रों में 13,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर वोट डालने के लिए पात्र हैं. इस बार शहर में 2.52 लाख से अधिक मतदाता ऐसे हैं जो पहली बार मतदान करेंगे.
भाजपा को 2014 और 2019 के आम चुनावों में दिल्ली की सभी सात सीट पर भारी अंतर से जीत मिली थी और उसका लगातार तीसरी बार सभी सीट पर जीत दर्ज करने का लक्ष्य है. विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) के सहयोगी आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस दिल्ली में मिलकर चुनाव लड़ रही हैं. सीट बंटवारे की व्यवस्था के तहत ‘आप’ चार और कांग्रेस तीन सीट पर चुनाव लड़ रही है. यह दिल्ली में पहला ऐसा लोकसभा चुनाव है जिसमें ‘आप’ और कांग्रेस ने भाजपा के खिलाफ संयुक्त उम्मीदवार उतारे हैं. आम आदमी पार्टी (आप) ने पूर्वी दिल्ली सीट से कुलदीप कुमार, पश्चिमी दिल्ली से महाबल मिश्रा, नयी दिल्ली से सोमनाथ भारती और दक्षिणी दिल्ली से सही राम पहलवान को मैदान में उतारा है.
कांग्रेस ने चांदनी चौक सीट से जे पी अग्रवाल, उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिम दिल्ली सीट से उदित राज को उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से मनोज तिवारी को प्रत्याशी बनाया है. वह दिल्ली से एकमात्र मौजूदा सांसद हैं जिन्हें पार्टी ने दोबारा मैदान में उतारा है. इसके अलावा पार्टी ने दक्षिणी दिल्ली से रामवीर सिंह बिधूड़ी, नयी दिल्ली से बांसुरी स्वराज, पूर्वी दिल्ली से हर्ष दीप मल्होत्रा, उत्तर पश्चिम दिल्ली से योगेन्द्र चंदोलिया, चांदनी चौक से प्रवीण खंडेलवाल और पश्चिमी दिल्ली से कमलजीत सहरावत को उम्मीदवार बनाया है.