मेरठ (उप्र) 13 अप्रैल मेरठ के कसेरूखेड़ा में एक घर में शनिवार सुबह के समय घुसा तेंदुआ शाम को साढ़े छह बजे क़रीब आठ घंटे के प्रयास के बाद काबू में आ पाया। वन विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) राजेश कुमार ने बताया कि आज सुबह करीब 10 बजे छावनी क्षेत्र के कसेरुखेड़ा इलाके के एक घर में तेंदुआ घुसने की जानकारी वन विभाग को मिली थी। सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। डीएफओ के अनुसार घटनास्थल सघन आबादी वाला क्षेत्र है इसलिए बहुत ही एहतियात के साथ बचाव अभियान शुरू किया गया। शाम को करीब साढ़े छह बजे ट्रेंकुलाइज कर (बेहोशी का इंजेक्शन देकर)तेंदुआ को पकड़ा जा सका। उन्होंने बताया कि घर में घुसा तेंदुआ नर है और उसकी उम्र साढ़े तीन से चार साल के बीच है।
डीएफओ के अनुसार मकान को चारों ओर से जाल से घेर लिया गया। घर में फंसे परिवार को निकालने के लिए दीवार तोड़ी गई। परिवार के एक-एक सदस्य को सुरक्षित निकाला गया। परिवार के सदस्यों को निकालने के बाद डीएफओ ने तेंदुआ को ट्रेंकुलाइज करने के निर्देश दिए।
तेंदुए के हमले में एक व्यक्ति के घायल होने के बारे में पूछे जाने पर डीएफओ ने बताया कि “घटना में एक व्यक्ति सुबह घायल बताया जा रहा है, हम उसके बारे में पता करने की कोशिश कर रहे हैं।”
उधर,इलाके के लोंगो का कहना है कि क्षेत्र के समीर के घर तेंदुआ घुस गया। उस समय घर में समीर के दो बच्चे मंकु (8),वीरा (10) और उसकी सास कमरे में थीं। कमरे के बाहर ही बरामदे में तेंदुआ बैठ गया। परिजनों ने तेंदुआ दिखते ही कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर लिया।
डीएफओ कुमार ने बताया कि तेंदुए को शिवालिक रेंज में छोड़ा जाएगा। तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ है।
सं आनन्द
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