लखनऊ, 12 जून उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को राज्य के 11 जिलों में प्रोफेसर स्तर के वरिष्ठ एवं अनुभवी विशेषज्ञ को भेजने का निर्देश दिया। ये अधिकारी स्थानीय मेडिकल टीम को उपचार संबंधी उचित परामर्श तथा सहयोग प्रदान करेंगे।
इन जिलों में आगरा, मेरठ, फिरोजाबाद, मुरादाबाद, गौतम बुद्ध नगर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, गाजियाबाद, कानपुर नगर, झांसी तथा बस्ती शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने इन जनपदों में प्रमुख सचिव या सचिव स्तर के अधिकारियों को नामित करने के निर्देश देते हुए कहा कि ये अधिकारी सम्बन्धित जनपद में कैम्प करते हुए जिला प्रशासन के कार्यों का पर्यवेक्षण करते हुए सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को उच्च स्तरीय बैठक में लॉकडाउन में ढील की व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे।
यह भी पढ़े | बिहार: भारत-नेपाल सीमा पर गोलीबारी, 1 भारतीय की मौत और 2 घायल.
उन्होंने प्रदेश के सभी जनपदों में केन्द्र व राज्य सरकार की विकास तथा लोक कल्याणकारी योजनाओं के संचालन का अभियान चलाए जाने का निर्देश दिया । उन्होंने कहा कि समस्त मण्डलायुक्त अपने सभी जनपदों की विकास व निर्माण योजनाओं के सम्बन्ध में जिलाधिकारियों के साथ नियमित समीक्षा करें।
आदित्यनाथ ने निर्देश दिया कि सभी जिलाधिकारी अपने जनपद के कोविड एवं गैर कोविड अस्पतालों का नियमित निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाए रखा जाए।
योगी ने नगरीय क्षेत्रों में निगरानी समितियों के कार्य पर विशेष ध्यान देने के निर्देश भी दिए।
उन्होंने सभी निर्माण परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा में पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि बेसहारा व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसका अन्तिम संस्कार सम्मानजनक ढंग से किया जाए। निराश्रित व्यक्ति के अन्तिम संस्कार के लिए राज्य सरकार ने पांच हजार रुपए की धनराशि की व्यवस्था की है।
योगी ने निर्देश दिया कि पुलिस नियमित गश्त करते हुए सुनिश्चित करे कि कहीं भी भीड़ एकत्रित ना हो।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)