बेंगलुरु, चार दिसम्बर पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने शुक्रवार को सुझाव दिया कि कोविड-19 टीके की कीमत सस्ती रखी जाए और सरकार इसे आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लोगों को मुफ्त में देने पर भी विचार करे।
उनके कार्यालय ने एक बयान में बताया कि देश में कोविड-19 महामारी की स्थिति पर चर्चा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की एक सर्वदलीय बैठक में जनता दल (सेक्युलर) के प्रमुख ने यह सुझाव दिया।
यह भी पढ़े | Coronavirus in Delhi: रंग ला रही है केजरीवाल सरकार की मेहनत, दिल्ली में लगातार घट रहा है पॉजिटिविटी रेट.
उन्होंने कहा कि टीकों के प्रशासन संबंधी तैयारियों पर बहुत ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि कोविड-19 के मामलों की संख्या नियंत्रण से बाहर नहीं जाये और स्वास्थ्य व्यवस्था पर और दबाव नहीं पड़े।
उन्होंने कहा कि टीकों का परिवहन और भंडारण एक बड़ी चुनौती होगी। उन्होंने कहा कि टीकाकरण के प्रयासों में समन्वय के लिए सरकार के लिए उच्च-स्तरीय एक टीम की घोषणा करना सबसे बेहतर होगा।
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इस टीम को सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को रिपोर्ट करनी चाहिए, और पंचायत स्तर पर चिकित्सा और पैरामेडिकल स्वयंसेवियों का एक नेटवर्क बनाने में संलग्न होना चाहिए, जो हमारी मूल नियमन इकाई है।’’
देवेगौड़ा राज्यसभा के सदस्य हैं जो कर्नाटक का प्रतिनिधित्व करते हैं।
कोविड-19 स्थिति पर चर्चा के लिए सरकार द्वारा बुलाई गई यह दूसरी सर्वदलीय बैठक थी।
पूर्व प्रधानमंत्री के कार्यालय के अनुसार देवेगौड़ा ने यह जानना चाहा कि क्या केंद्र टीकाकरण कार्यक्रम की लागत वहन करेगा या राज्य सरकारों को लागत साझा करना होगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)