मुंबई, 23 अगस्त कोविड-19 महामारी से जुड़ी पाबंदी के कारण समुद्र तक पहुंच नहीं होने से मुंबई के कई लोगों ने रविवार को भगवान गणेश की मूर्तियों का कृत्रिम जलाशयों में विसर्जन किया।
कई लोगों ने गणेश चतुर्थी के डेढ़ दिन बाद मूर्तियों को विसर्जित करने की परंपरा का पालन किया। गणेश चतुर्थी से वार्षिक दस दिवसीय त्योहार की शुरुआत होती है।
कोविड-19 से जुड़ी पाबंदी के कारण इस बार रौनक नहीं दिखी और भगवान गणेश को खामोशी से विदाई दी गयी।
शहर के विभिन्न हिस्से में श्रद्धालुओं ने कृत्रिम जलाशयों में मूर्तियों को विसर्जित किया ।
मूर्तियां विसर्जित करने के लिए समुद्र तट पर पहुंचे लोगों को पुलिस ने लौटा दिया । समुद्र तट भी सुनसान नजर आ रहे थे ।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मूर्तियां विसर्जित करने की योजना का जायजा लेने के लिए शहर के कुछ इलाकों का दौरा किया।
उन्होंने दक्षिण मुंबई में प्रियदर्शनी पार्क में मूर्ति संग्रहण केंद्र का भी दौरा किया। उपनगर विले पार्ले में नगर निगम द्वारा बनाए गए कृत्रिम जलाशय को भी वह देखने गए ।
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