तिरुवनंतपुरम, 9 अगस्त : केरल की वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार द्वारा जारी कई अध्यादेश आठ अगस्त को रद्द हो गए क्योंकि राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने समय की कमी के कारण उन पर हस्ताक्षर नहीं किए थे. सूत्रों ने यह जानकारी दी. राज्यपाल सोमवार को दिल्ली में थे और बुधवार को यहां आने वाले हैं. उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि वह अध्यादेशों पर गौर किए बिना उनपर हस्ताक्षर नहीं करेंगे और इसके लिए उन्हें समय चाहिए.
खान ने दावा किया था कि अध्यादेशों की फाइलें उन्हें उसी दिन भेजी गई थीं, जिस दिन वह 'आजादी का अमृत महोत्सव' समिति की बैठक के लिए राष्ट्रीय राजधानी जा रहे थे और इसलिए उनके पास इनपर गौर करने का समय नहीं था. केरल के कानून मंत्री पी. राजीव ने सोमवार दोपहर पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा था कि राज्यपाल ने अध्यादेशों पर हस्ताक्षर करने से इनकार नहीं किया है और अभी दिन खत्म नहीं हुआ है. यह भी पढ़ें : बिहार में सियासी हलचल: राबड़ी देवी के आवास पर राजद की बैठक शुरू
उन्होंने कहा था, ''अभी भी वक्त है.'' जो अध्यादेश आठ अगस्त को रद्द हो चुके हैं, उनमें केरल लोकायुक्त (संशोधन) अध्यादेश भी शामिल है, जिसमें यह प्रावधान था कि राज्यपाल, मुख्यमंत्री या राज्य सरकार सक्षम प्राधिकारी होंगे और वे लोकायुक्त की सिफारिश पर सुनवाई का अवसर देने के बाद, उसे स्वीकार या अस्वीकार कर सकते हैं. कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन यूडीएफ ने अध्यादेश का विरोध किया था और फरवरी में उसने राज्यपाल से इस पर हस्ताक्षर नहीं करने का आग्रह किया था.