नयी दिल्ली, 7 सितंबर : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि देश में 80 फीसदी से ज्यादा सरकारी स्कूल कबाड़खानों से भी बदतर हैं. इससे पहले केजरीवाल ने मंगलवार को कहा था कि 14,500 स्कूलों को आधुनिक करने का प्रधानमंत्री का फैसला ‘ समंदर में एक बूंद’ के बराबर है. केजरीवाल ने देश के सभी 10 लाख सरकारी स्कूलों के उन्नयन की योजना लाने के लिए फिर से जोर दिया.
मैंने प्रधानमंत्री जी को पत्र लिखा है कि सिर्फ़ साढ़े चौदह हज़ार नहीं बल्कि देश के सभी 10 लाख सरकारी स्कूलों को ठीक करना पड़ेगा। हम 5 साल में ये कर सकते हैं। सभी राज्य सरकारों को साथ लेकर चलिए, हम आपको पूरा सहयोग देंगे। pic.twitter.com/AyqD3NDQVg
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) September 7, 2022
केजरीवाल ने हिंदी में लिखे पत्र में कहा, “ देशभर में रोज़ 27 करोड़ बच्चे स्कूल जाते हैं. इनमें से लगभग 18 करोड़ बच्चे सरकारी स्कूलों में जाते हैं. 80 प्रतिशत से ज्यादा सरकारी स्कूलों की हालत किसी कबाड़खाने से भी ज्यादा खराब है. अगर करोड़ों बच्चों को हम ऐसी शिक्षा दे रहे हैं तो सोचिए भारत कैसे विकसित देश बनेगा?” यह भी पढ़ें : Bangalore Rain Update: बेंगलुरु में भारी बारिश के कारण उपजी स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही
मुख्यमंत्री कहा, “ उन्होंने (मोदी ने) 14,500 स्कूलों को अपग्रेड करने का एलान किया, बहुत अच्छा. लेकिन देश में 10 लाख सरकारी स्कूल हैं. इस तरह तो सारे स्कूल ठीक करने में सौ साल से ज़्यादा लग जाएंगे. आपसे अनुरोध है कि सभी दस लाख स्कूलों को एक साथ ठीक करने की योजना बनायी जाए.” सोमवार को, प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की कि देश भर के 14,500 स्कूलों को 'पीएम-श्री योजना' के तहत विकसित और उन्नत बनाया जाएगा.